पश्चिमी कनाडा के पर्यटक शहर जैस्पर भीषण जंगल की आग के कारण तबाह हो गए। अधिकारियों ने बताया कि इससे 50 प्रतिशत से अधिक इमारतें नष्ट हो चुकी हैं। हालांकि अग्निशमन विभाग के कर्मचारी ज्यादा से ज्यादा इमारतों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
जैस्पर अल्बर्टा क्षेत्र में पहाड़ी नेशनल पार्क के बीच में स्थित है। यहां शहर और पार्क में हर साल 2 मिलियन से अधिक पर्यटक आते हैं। सोमवार को इस क्षेत्र को आनन-फानन में खाली करा दिया गया। अधिकारियों का मानना है कि शहर में 10,000 लोग और पार्क में 15,000 से ज्यादा पर्यटक मौजूद थे। दरअसल वर्तमान में अल्बर्टा में 176 जंगल में आग लगी हुई है, जिनमें से 50 से ज्यादा पर काबू नहीं किया जा सका है। इनमें से लगभग 10 आग ब्रिटिश कोलंबिया की सीमा के नजदीक हैं। जहां 423 जंगल में आग लगी हुई है, दर्जनों लोगों को निकालने के आदेश और अलर्ट जारी किए गए हैं। प्रधानमंत्री जस्टिन टूडो ने गुरवार दोपहर को अल्बर्टा के जंगलों में लगी आग पर चर्चा करने के लिए घटना प्रतिक्रिया समूह की बैठक बुलाई। संघीय सरकार ने अप्रैल में बताया था कि उच्च तापमान और सूखे जंगलों के कारण यह वर्ष कनाडा में वन्य आग के लिए विनाशकारी हो सकता है।
वहीं पार्क्स कनाडा के अनुसार तो जैस्पर में आग सोमवार दोपहर को बिजली गिरने तथा तेज हवाओं के कारण लगी थी। अल्बर्टा के सार्वजनिक सुरक्षा और आपातकालीन सेवा मंत्री माइक एलिस ने बताया कि आग की लपटें 100 मीटर ऊंची थीं। वहीं बुधवार दोपहर को तेज हवा के झौंकों ने आग को 30 मिनट से भी कम समय में 5 किमी तक फैला दिया था।
शहर अब आग के प्रभाव से निपटने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा, "कल रात की जंगली आग ने हमारे छोटे से एकजुट पर्वतीय समुदाय को तबाह कर दिया है। हमारे लोगों को जो क्षति पहुंची, उसको बयां नहीं किया जा सकता।
बचावकर्मियों के लिए चिंता यह है कि क्या आग से ट्रांस माउंटेन तेल पाइपलाइन को नुकसान पहुंच सकता है, जो एडमोंटन से वैंकूवर तक रोजाना 890,000 बैरल तेल ले जा सकती है। पाइपलाइन ऑपरेटर ट्रांस माउंटेन ने बताया "इस समय हमारे बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचने का कोई संकेत नहीं है। पाइपलाइनें सुरक्षित रूप से काम कर रही हैं।"
हालांकि सीएन रेल सीएनआर.टीओ ने कहा कि जंगल की आग की स्थिति बिगड़ने के कारण उसने बुधवार दोपहर को शहर में रेल परिचालन स्थगित कर दिया। बता दें कि कनाडा के सबसे बड़े बंदरगाह, वैंकूवर ने बताया कि जैस्पर में हुई घटनाओं के कारण आने वाले दिनों में बंदरगाह के माध्यम से माल की आवाजाही में देरी होने की आशंका है। संघीय सरकार और अल्बर्टा के अन्य शहर आपातकालीन दल भेज रहे हैं। इसके अलावा मैक्सिको, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड से कुल 400 अग्निशमन कर्मी आने वाले दिनों में पहुंच जाएंगे।
जैस्पर निवासी इवा कोर्डुलियाकोवा को गुरुवार की सुबह खबर मिली कि उनका घर जल रहा है। वह अपने सात वर्षीय बेटे के साथ चेक गणराज्य में अपने परिवार से मिलने गई थीं। एक ईमेल में उन्होंने लिखा कि मैं एक अकेली मां हूं, जेा रातों-रात बेघर और बेरोजगार हो गई हूं। हमारा घर चला गया, मुझे अपना कोई भी सामान लेने का मौका ही नहीं मिला।
2016 में भी लगी थी आग
जैस्पर की यह आग अल्बर्टा में 2016 में लगी आग के बाद सबसे अधिक नुकसानदायक हो सकती है। बता दें कि 2016 में तेल के शहर फोर्ट मैकमुरे में आग लगी थी। जिसके कारण सभी 90,000 निवासियों को खाली करना पड़ा था। इस आग के कारण शहर की 10 प्रतिशत संरचनाएं नष्ट हो गई थीं।