कांग्रेस ने संसद के दोनों सदनों से विपक्षी दलों के 141 सांसदों के निलंबन को लेकर बुधवार को सरकार पर निशाना साधा और प्रश्न किया कि सुरक्षा चूक के मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद प्रताप सिम्हा से अब तक पूछताछ क्यों नहीं की गई ‘‘जिन्होंने दोनों आरोपियों को संसद में प्रवेश दिलाने में मदद की थी।’’
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ‘‘लोकसभा में हुई बेहद गंभीर सुरक्षा चूक की घटना को ठीक एक सप्ताह हो चुका है। उस खतरनाक घटना ने पूरे देश को चौंका दिया।’’
उन्होंने कहा,‘‘ प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष का कहना है कि मामले की जांच शुरू हो गयी है। ठीक है।
लेकिन ऐसा क्यों है कि सात दिन के बाद भी भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा, जिन्होंने लोकसभा में दो आरोपियों को प्रवेश दिलाने में मदद की, उनसे अभी तक पूछताछ नहीं की गई है?’’
जयराम रमेश ने कहा कि यह बहुत ही विचित्र स्थिति है क्योंकि आरोपियों के खिलाफ आतंकवाद विरोधी कानून यूएपीए (गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने कहा, “इस बीच13 दिसंबर की घटना पर संसद में गृहमंत्री के बयान की सीधी, सरल और पूरी तरह से वैध मांग करने पर ‘इंडिया’ गठबंधन के 142 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है।’’
सदन में तख्तियां लहराने और नारे लगाने के आरोप में पिछले कुछ दिनों के भीतर 141 सांसदों को लोकसभा और राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है।
सदन की कार्यवाही में बाधा डालने के आरोप में मंगलवार को 49 लोकसभा सदस्यों को निलंबित कर दिया गया। विपक्षी गुट ‘इंडिया’ के सांसद 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में चूक की घटना को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से बयान की मांग कर रहे हैं।