चीन ने शुक्रवार को डांग जुन को नया रक्षा मंत्री बना दिया।
उन्हें ली शांगफू की जगह दी गई है, जिन्हें दो महीने पहले बिना कारण बताए हटा दिया गया था। शांगफू अगस्त से ही गायब थे और उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही थी।
चीन के नए रक्षा मंत्री की नियुक्ति ऐसे वक्त में हुई है, जब राष्ट्रपति जिनपिंग मिलिट्री को अपग्रेड करने में जुटे हैं।
ऐसा करने के पीछे उनका मकसद चीन को दुनिया में सबसे ताकतवर देश बनाना है। जिनपिंग की इन कोशिशों ने पड़ोसी देशों को सतर्क कर दिया है।
रह चुके हैं नेवी प्रमुख
62 साल के डांग हालिया दिनों में चीनी सेना के नेवी प्रमुख थे। इससे पहले वह पीएलए की सभी अहम डिवीजनों में सेवा दे चुके हैं।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक इस दौरान वह, उत्तरीय, दक्षिणी समुद्री फ्लीट में भी रह चुके हैं। इसके अलावा दक्षिणी कमांड थिएटर में भी रहे हैं।
गौरतलब है कि चीन के रक्षा मंत्री की भूमिका मीडिया और अन्य सेनाओं के साथ अपने जुड़ाव में पीएलए का सार्वजनिक चेहरा होना है। हालांकि, अन्य देशों के विपरीत, रक्षा नीति या सैन्य प्रबंधन में मंत्रालय की बहुत अधिक भूमिका नहीं है।
ली शांगफू के साथ क्या हुआ
इस साल अक्टूबर में चीन ने ली शांगफू को रक्षामंत्री के पद से हटा दिया था। वह मार्च में इस पद पर नियुक्त हुए थे, लेकिन 25 अगस्त के बाद से ही आम जनजीवन से दूर थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक ली रूस से हथियार खरीद की निगरानी से संबंधित अमेरिकी प्रतिबंधों के दायरे में थे, जो उन्हें देश में प्रवेश करने से रोकते हैं।
अपने कार्यकाल के दौरान भी ली प्रतिबंधों के कारण अपने अमेरिकी समकक्ष से नहीं मिले थे। विशेष रूप से, चीन के रक्षा मंत्री के काम का एक महत्वपूर्ण तत्व ताइवान और दक्षिण चीन सागर पर संघर्ष के जोखिम को कम करने के लिए अमेरिकी सेना के साथ जुड़ना है।