करीब एक सप्ताह की देरी से मानसून ने प्रदेश में प्रवेश किया था इसके बाद से 28 जून तक मानसूनी गतिविधि राजधानी समेत पूरे राज्य में कमजोर रही। वहीं 29 जून से दक्षिण-पश्चिमी मानसून के नेक इरादे सामने आ सकते हैं। राजधानी रांची समेत पूरे राज्य में झमाझम वर्षा के संकेत हैं।
एक जून से 28 जून तक पूरे राज्य में मानसून कमजोर रहा है और इस दौरान राज्य में सामान्य वर्षापात 170.3 मिमी के मुकाबले मात्र 53.2 मिमी हुई है जो कि सामान्य से 69 प्रतिशत कम है। इस दौरान राजधानी रांची में सामान्यत: 179.7 मिमी वर्षा होती है लेकिन कमजोर मानसून की वजह से मात्र 77.4 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई है जो कि सामान्य से 57 प्रतिशत कम कम है।
अगले तीन दिनों तक जोरदार वर्षा के हैं संकेत
लगातार बढ़ रहे बादलों के दबाव से संभावना जताई जा रही है कि अगले तीन दिनों तक जोरदार वर्षा हो सकती है। यह भी बताया जा रहा है कि इस वर्ष इसका सीधा असर किसानी पर भी पड़ेगा।
मौसम विज्ञान केंद्र रांची की ओर से जारी पूर्वानुमान की बात करें तो राज्य के निकटवर्ती मध्य भाग रांची, रामगढ़, हजारीबाग, गुमला, बोकारो और खूंटी के अलावे उत्तर पश्चिमी हिस्से यानी पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार और लोहरदगा में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है।
इन जिलों के लिए केंद्र ने यलो अलर्ट जारी किया है और आमजनों से वर्षा के दौरान वज्रपात की संभावना को लेकर बाहर न निकलने की अपील की गई है। कमोबेश यही स्थिति 30 जून को भी देखने को मिलेगी। जबकि एक जुलाई को राज्य के उत्तर-पूर्वी हिस्से यानी देवघर, दुमका, गोड्डा, पाकुड़, जामताड़ा, गिरिडीह और साहिबगंज में तेज वर्षा होने के संकेत हैं।
बीते 24 घंटे का ऐसा रहा मौसम
पिछले 24 घंटे के मौसम की बात करें तो राज्य में कहीं-कहीं मेघगर्जन एवं आंधी के साथ हल्की व मध्यम दर्जे की वर्षा हुई। सबसे अधिक वर्षा 32.4 मिमी पूर्वी सिंहभूम के मुसाबनी में रिकार्ड की गई। वहीं सबसे अधिक अधिकतम तापमान 39.8 डिग्री डाल्टनगंज का जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रांची का रिकार्ड किया गया। राजधानी रांची का अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।