दिल्ली BJP ने आगामी विधानसभा चुनावों में अपनी स्थिति और चुनावी संभावनाओं को मजबूत करने के लिए चुनाव संचालन समिति का गठन किया है. पार्टी ने चुनावों में अपने अभियान का नेतृत्व करने के लिए समिति बनाई है. पार्टी के प्रमुख नेताओं वाली इस समिति का मकसद दिल्ली में पार्टी की स्थिति को मजबूत करने के लिए रणनीति बनाना और चुनावी कैंपेन की देखरेख करना है.
23 सदस्यों की प्रदेश चुनाव संचालन समिति की अध्यक्षता दिल्ली BJP के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा करेंगे. संयोजक की जिम्मेदारी हर्षदीप मल्होत्रा को दी गई है. मनोज तिवारी, अरविंदर सिंह लवली और दुष्यंत गौतम को सह संयोजक बनाया गया है. इसके अलावा कमेटी में दिल्ली के लोकसभा सांसद, विधायक और सीनियर नेताओं को शामिल किया गया है.
मजबूत पार्षदों और सांसदों को मैदान में उतारने की योजना
विधानसभा चुनाव को लेकर दिल्ली का सियासी पारा हाई है. सत्तारूढ़ AAP भी मैदान में उतर चुकी है. अरविंद केजरीवाल सभाएं कर रहे हैं. ऐसे में AAP को शिकस्त देने के लिए BJP ने भी अपनी रणनीति तैयार कर ली है. इसी कड़ी में चुनाव संचालन समिति का गठन किया है.
भारतीय जनता पार्टी इस बार विधानसभा चुनाव में मजबूत पकड़ वाले पार्षदों को भी मैदान में उतार सकती है. लोकसभा चुनाव में जिन सांसदों का टिकट कटा था, उनको भी विधानसभा चुनाव में उतारा जा सकता है. इसके साथ ही कई मौजूदा विधायकों का टिकट कट भी सकता है. मौजूदा दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को खत्म हो रहा है. इससे पहले कभी भी चुनाव हो सकते हैं.
केजरीवाल पर भ्रष्टाचार के आरोपों से ध्यान भटकाने का आरोप
चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए रणनीति पर काम करने के साथ ही BJP के AAP पर हमले भी तेज हो गए हैं. शुक्रवार को दिल्ली BJP ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म "X" पर एक पोस्ट में कहा, लोकतंत्र में चुनाव प्रत्याशी बदलाव एक सामान्य प्रक्रिया है पर अरविंद केजरीवाल इसका उपयोग खुद के चेहरे पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए करना चाह रहे हैं. मगर, सफल नही होंगे. केजरीवाल और कांग्रेस नेता कितने प्रत्याशी चेहरे बदल लें पर दिल्ली की जनता 2025 में केवल और केवल BJP की सरकार बनाने का मन बना चुकी है.