नई दिल्ली । इंडिया सीमेंट कंपनी, जिसने 2 साल पहले ही प्लेटिनम जुबली मनाई है, अपनी ज्यादातर हिस्सेदारी बेचने जा रही है। बता दें कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इस कंपनी के वाइस प्रेसीडेंट हैं। अब इस कंपनी की कमान सीमेंट बाजार की दिग्गज कंपनी अल्ट्राटेक के पास रहेगी। यदि यह डील पूरी होती है, तो सीमेंट बाजार में अडाणी को कड़ी टक्कर मिल सकती है।
चेन्नई सुपर किंग्स के भी मालिक हैं एन श्रीनिवासन
क्रिकेट फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स के भी मालिक हैं एन श्रीनिवासन, महेंद्र सिंह धोनी जिसके लंबे समय तक कप्तान रहे हैं। महेंद्र सिंह धोनी इंडिया सीमेंट में वाइस प्रेसीडेंट (मार्केटिंग) भी हैं। वहीं धोनी के अलावा भारतीय क्रिकेट टीम पूर्व कोच राहुल द्रविड़ भी इंडिया सीमेंट कंपनी से जुड़े हैं। मिली जानकारी के अनुसार अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी के मालिक कुमार मंगलम बिड़ला ने एन श्रीनिवासन की इंडिया सीमेंट में बड़ी हिस्सेदारी खरीदने का ऑफर दिया है।
कितने की लगाई गई बोली
अल्ट्राटेक ने बीते जून में ही इंडिया सीमेंट के बड़े निवेशक राधाकृष्ण दमानी की 23 फीसदी हिस्सेदारी भी खरीद ली थी। अब अल्ट्राटेक ने इंडिया सीमेंट में 32।7 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 3,954 करोड़ रुपये का ऑफर दिया है। यह वैल्यू कंपनी के प्रति शेयर 390 रुपये के भाव पर लगाई गई है। इस तरह अल्ट्राटेक ने इस कंपनी में कुल 7,100 करोड़ रुपये में हिस्सेदारी खरीदी है। कंपनी के लिए लगाई गई ताजी बोली इसके प्रमोटर्स की हिस्सेदारी खरीदने के लिए है, जिसमें ज्यादातर हिस्सा एन श्रीनिवास के परिवार के पास है।
…तो दक्षिण भारत में भी बढ़ जाएगी अल्ट्राटेक की पहुंच
यदि यह डील पूरी होती है तो इंडिया सीमेंट अल्ट्राटेक की सब्सिडयरी की तरह काम करेगी और श्रीनिवासन और उनकी फैमिली को बोर्ड छोड़ना पड़ेगा। इस डील के पूरी होने के बाद अल्ट्राटेक की पहुंच दक्षिण भारत में भी बढ़ जाएगी। अभी तक अल्ट्राटेक दक्षिणी क्षेत्र में अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रही है, लेकिन डील पूरी होने के बाद आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, राजस्थान और तेलंगाना में कंपनी की पहुंच और बढ़ जाएगी।
सीमेंट बाजार में बढ़ेगी प्रतिस्पर्धा
अडाणी समूह ने इसके पहले पन्ना सीमेंट को खरीदने की डील पक्की कर ली है। अब यदि अल्ट्राटेक इंडिया सीमेंट का लेतने में सफल हो जाता है, तो सीमेंट बाजार में अडाणी समूह और बिड़ला समूह के बीच टक्कर बढ़ जाएगी। अगर क्षमता के हिसाब से देखें तो अल्ट्राटेक देश की सबसे ज्यादा सीमेंट उत्पादन करने वाली कंपनी है। इसकी क्षमता 15।3 करोड़ टन सालाना है, जिसे कंपनी ने साल 2027 तक 20 करोड़ पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। दूसरे नंबर पर अडाणी समूह की अंबुजा-एसीसी आती है, जिसकी क्षमता 8।9 करोड़ टन सालाना की है। श्रीसीमेंट भी 5 करोड़ टन की क्षमता के साथ तीसरे पायदान पर है। डालमिया भारत की क्षमता 4।7 करोड़ टन तो जेके सीमेंट की 2।2 करोड़ टन सालाना है।