22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके मुख्य अतिथि होंगे। इस कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए पूरी तैयारी की जा रही है। सत्ता पक्ष से लेकर विपक्षी नेताओं को भी इसका न्योता दिया जा रहा है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी को भी आमंत्रण भेजा गया है। इस बीच खबर आ रही है कि शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे को अभी तक आमंत्रित नहीं किया गया है।
आपको बता दें कि उद्धव ठाकरे ने सितंबर महीने में दावा किया था कि राम मंदिर उद्घाटन समारोह के लिए देश भर से बड़ी संख्या में लोगों के उत्तर प्रदेश के अयोध्या में जुटने की उम्मीद की जा रही है।
इसकी वापसी यात्रा के दौरान गोधरा जैसी घटना हो सकती है।
जलगांव में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा था, “ऐसी संभावना है कि सरकार राम मंदिर उद्घाटन के लिए बसों और ट्रकों में बड़ी संख्या में लोगों को आमंत्रित कर सकती है और उनकी वापसी यात्रा पर गोधरा जैसी घटना हो सकती है।”
सूत्रों ने कहा कि प्रत्येक राज्य के लिए 22 जनवरी को होने वाले अभिषेक समारोह के बाद मंदिर के दर्शन के लिए एक दिन तय किए जाएंगे। कुछ विशेष ट्रेन की भी व्यवस्था की जा सकती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्रियों को भी उनके राज्यों के भक्तों के साथ दर्शन के लिए आमंत्रित किया जाएगा। उनके स्वागत के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी।
सूत्रों ने बताया कि सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी, सीपीआई महासचिव डी राजा, बीएसपी प्रमुख मायावती और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल को निमंत्रण भेजा जा रहा है। हालांकि, उद्धव ठाकरे के नाम का जिक्र किसी ने नहीं किया है। अब देखना दिलचस्प होगा कि शिवसेना सुप्रीमो और बाला साहब ठाकरे के बेटे को इस समारोह के लिए बुलाया जाता है या नहीं।