भोपाल। एम्स भोपाल ने सरकारी मेडिकल कॉलेज की लिस्ट में जबरदस्त छलांग लगाते हुए देश भर में 16वां स्थान प्राप्त किया है। हाल ही में रीडर्स डाइजेस्ट के जुलाई अंक में दिए गए एक आलेख में बताया गया कि 2 वर्ष पहले एम्स भोपाल किसी भी रैंकिंग में नहीं आता था लेकिन पिछले दो वर्षों के दौरान एम्स भोपाल ने जबरदस्त तरक्की की है। 2023 में एम्स भोपाल बीसवें स्थान पर था। जबकि 2024 में यह चार पायदान उछलकर 16 वें स्थान पर आ गया। एम्स भोपाल की इस रैंकिंग में और एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रोफेसर डॉक्टर अजय सिंह का सीधा संबंध है। प्रोफेसर सिंह ने अगस्त 2022 से यहां का कार्यभार संभाला और एम्स की साख को मजबूत करने के लिए कुछ कड़े कदम उठाये, कड़े फैसले लिए। जिसका परिणाम अगले ही साल दिखाई पड़ा। एम्स भोपाल देशभर के सरकारी अस्पतालों में शून्य से बीसवें नंबर पर आ गया और फिर उसके बाद 2024 में इसने 16 वां स्थान हासिल किया। पहले स्थान पर एम्स नई दिल्ली बना हुआ है। बीते वर्षों में ओपीडी में मरीजों की संख्या में 56% की बढ़ोत्तरी हुई है, आईपीडी में भर्ती होने वाले मरीज 32000 से बढ़कर 50000 हो गए हैं , जबकि इमरजेंसी के मामलों में 170% की बढ़ोत्तरी हुई है। बेड ऑक्युपेंसी 62 से बढ़कर 77% हो गई है, वहीं आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी 53% बढ़कर 13337 हो गए हैं। इसी प्रकार शोध के क्षेत्र में भी एम्स भोपाल ने उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है। आनेवाले दिनों में भी एम्स भोपाल तरक्कियों के नए मुकाम हासिल करेगा।