Delhi-Dehradun Expressway का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. उम्मीद है कि इस एक्सप्रेसवे पर दिसंबर में गाड़ियां फर्राटा भरने लगेंगी. इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से दिल्ली से देहरादून जाना आसान हो जाएगा. इस एक्सप्रेसवे को बनाने में करीब 14,285 करोड़ रुपये खर्च होने हैं. नवंबर के अंत तक एक्सप्रेसवे पूरा बन जाने की उम्मीद है. इसके बाद अधिकारियों की ओर से सेफ्टी ऑडिट होगा. फिर दिसंबर में गाड़ियां इस पर दौड़ने लगेंगी. दिल्ली से देहरादून जाने के लिए कुल 264 किमी का सफर लोग ढाई से तीन घंटे में पूरी कर सकेंगे.
12 किमी लंबी एलिवेटेड रोड से गुजरेंगे यात्री
देहरादून के पास यात्रियों को रास्ते में 12 किमी एलिवेटेड रोड से गुजरना होगा. यह एलिवेटेड रोड जंगलों से घिरा होगा. इस एलिवेटेड रोड पर यात्रा करते वक्त यात्री राजा जी नेशनल पार्क कॉरिडोर से गुजरेंगे. यह एक्सप्रेसवे एक टनल से होते हुए भी गुजरेगा. उत्तराखंड सीमा पर इस टनल का निर्माण हो रहा है. टनल का काम अंतिम चरण में है. अभी दिल्ली से देहरादून जाने में पांच से छह घंटे का समय लगता है, लेकिन इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से ये सफर ढाई से तीन घंटे में पूरा हो जाएगा. इस एक्सप्रेसवे का निर्माण 11 चरणों में हुआ है.
गीता कॉलोनी और मंडोला के पास से गुजरेगा नया एक्सप्रेसवे
इस एक्सप्रेसवे पर जाने के लिए दिल्ली में कई जगह इंट्री और एग्जीट पॉइंट बनाए गए हैं. आईएसबीटी-दिलशाद गार्डन मार्ग, खजूरी पुस्ता मार्ग, अक्षरधाम, गांधी नगर-गीता कॉलोनी सहित अन्य जगहों से इस एक्सप्रेसवे पर यात्री चढ़ सकते हैं. दिल्ली में एक्सप्रेसवे में प्रवेश करने और बाहर निकलने पर यात्रियों को टोल नहीं देना होगा. एनएचएआई के अफसरों के मुताबिक, एक्सप्रेसवे का पहला खंड अक्षरधाम से शुरू होगा, जो ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे तक जाता है. यह पहला खंड 32 किमी का होगा, जिसमें 19 किमी एलिवेटिड होगा. यह एक्सप्रेसवे गीता कॉलोनी, मंडोला और पंचगांव जैसे इलाकों के समीप से गुजरेगा.