दक्षिणी कुवैत के मंगफ क्षेत्र में विदेशी मजदूरों वाली एक बहुमंजिला इमारत में भीषण आग लगने से केरल के 11 लोग सहति 40 से अधिक भारतीयों की मौत हो गई और 50 से अधिक अन्य लोग घायल हो गए।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। इस बीच राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा कि वह बुधवार की सुबह शहर में लगी भीषण आग के बाद गुरुवार को कुवैत की यात्रा पर जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, “कुवैत में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रधानमंत्री समेत हम सभी बहुत चिंतित हैं।”
उन्होंने कहा कि शवों की पहचान होते ही उन्हें भारत लाया जाएगा। विदेश राज्यमंत्री ने कहा कि “कल रात हमारे पास जो आंकड़े आए उनमें मरने वालों की संख्या 48-49 के आसपास है, जिनमें से 42 या 43 भारतीय बताए जा रहे हैं।”
आपको बता दें कि कुवैत दूसरे फारस की खाड़ी देशों की तरह प्रवासी श्रमिकों का एक बड़ा ठिकाना है। यहां स्थानीय आबादी से कहीं अधिक संख्या में प्रवासी मजदूर रहते हैं।
लगभग 42 लाख की आबादी वाला यह देश अमेरिका के न्यू जर्सी राज्य से थोड़ा छोटा है। हालांकि यहां दुनिया का छठा सबसे बड़ा तेल भंडार है।
दिल्ली एयरपोर्ट से कुवैत के लिए रवाना होने से पहले विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा, “हमने कल शाम प्रधानमंत्री के साथ इस मुद्दे पर बैठक की।
जैसे ही हम वहां पहुंचेंगे, स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। फिलहाल स्थिति यह है कि पीड़ित ज्यादातर जले हुए हैं। कुछ शवों को पहचानना भी संभव नहीं है।
पीड़ितों की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट चल रहा है। वायुसेना का एक विमान तैयार है। जैसे ही शवों की पहचान हो जाएगी, परिजनों को सूचित कर दिया जाएगा और हमारा वायुसेना का विमान शवों को वापस ले आएगा।”
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