दिल्ली में दिवाली पर पटाखा छोड़ने वालों की खैर नहीं

नई दिल्ली। दिवाली को प्रकाश और पटाखों का पर्व माना जाता है, लेकिन पिछले कुछ सालों से जानलेवा वायु प्रदूषण की वजह से पटाखे जलाने की इजाजत नहीं होती है। इसके बावजूद कोई पटाखा जलाता है उसे गैर कानूनी माना जाता है। इसके बावजूद बड़ी संख्या में पटाखे  दिल्ली के लोग हर साल दीवाल पर जलाते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने एलजी विनय सक्सेना को एक पत्र लिखा है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने उपराज्यपाल विनय सक्सेना को लिखे पत्र में पटाखों की अवैध बिक्री और वितरण में शामिल लोगों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई कराने की मांग की है। उन्होंने एलजी से अपील की है कि पटाखों की अवैध बिक्री और पड़ोसी राज्यों से उसके आवक रोक लगवाएं। उन्होंने अपने पत्र में दिल्ली पुलिस द्वारा पटाखा विक्रेताओं का नियमित निरीक्षण करने और दिल्ली की सीमाओं पर सतर्कता बढ़ाने का भी अनुराध एलजी से किया है। 

अगले 15 दिन पूरे उत्तर भारत के लिए काफी अहम 
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक, इस समय प्रदूषण के स्तर को देखते हुए अगले 15 दिन पूरे उत्तर भारत के लिए काफी अहम साबित होने वाले हैं। अगले 15 दिनों में सरकार की तरफ से हमारी कोशिश है कि प्रदूषण नियंत्रण की सभी गतिविधियों में तेजी लाई जाए। कल केंद्रीय कृषि एवं पर्यावरण मंत्रियों और पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के मंत्रियों के साथ हुई संयुक्त बैठक में हमने अनुरोध किया कि ये सभी सरकारें अगले 15 दिनों तक निगरानी करें। इस काम में लोगों को भी सहभागी बनाएं। उन्होंने आगे कहा, पराली जलाने की घटनाएं कम हो रही हैं, लेकिन अगले 15 दिनों में इस पर कड़ी निगरानी के साथ नियंत्रण करने की जरूरत है। दिवाली आने वाली है और पटाखों से होने वाले धुएं पर नियंत्रण करने की जरूरत है। सभी को कम से कम अगले 15 दिनों तक लाल बत्ती पर अपने वाहन बंद करने होंगे। जितना हो सके सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करना होगा। मैं सभी दिल्लीवासियों से अनुरोध करता हूं कि अगर आपको कहीं भी आग लगती दिखे तो ग्रीन दिल्ली ऐप डाउनलोड करें और उसकी फोटो पोस्ट करें ताकि कार्रवाई की जा सके।

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