इंदौर में अभी भी पेंच, मंत्री विजयवर्गीय और सिलावट के बीच विवाद

इंदौर: पांच दिन के ब्रेक के बाद गुरुवार को भाजपा के बचे हुए पांच में से दो जिला अध्यक्षों की घोषणा कर दी गई। जिसमें छिंदवाड़ा से शेषराव यादव और नरसिंहपुर से रामस्नेही पाठक को अध्यक्ष बनाया गया है। लेकिन तीन जिलों का इंतजार अभी भी जारी है। इंदौर नगर, इंदौर ग्रामीण और निवाड़ी जिले की घोषणा अभी बाकी है। छिंदवाड़ा में सांसद बंटी विवेक साहू को बड़ा झटका लगा है। क्योंकि उनकी पूरी कोशिशों के बावजूद उनके धुर विरोधी शेषराव यादव को जिला अध्यक्ष की कमान सौंप दी गई है। शेषराव कार्यवाहक जिला अध्यक्ष भी थे। बता दें कि बंटी ने टीकाराम चंद्रवंशी का नाम आगे बढ़ाया था, लेकिन इस नाम को लेकर छिंदवाड़ा के पुराने भाजपा नेता लामबंद हो गए हैं। भाजपा नेताओं का आरोप है कि चंद्रवंशी पर गबन और 420 के मामले दर्ज हैं। वे हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत पर बाहर हैं। ऐसे में संगठन ने विवाद से बचने के लिए चंद्रवंशी का नाम हटा दिया। नरसिंहपुर में अध्यक्ष के नाम की घोषणा में देरी की वजह मंत्री प्रहलाद पटेल और मंत्री राव उदय प्रताप के बीच अपने गुट का अध्यक्ष बनाने को लेकर अंदरूनी खींचतान थी। लेकिन बाद में प्रहलाद पटेल की पसंद पर ही जीत हासिल हुई।

मंत्री विजयवर्गीय और सिलावट के बीच टकराव

संगठन की तमाम कोशिशों के बावजूद इंदौर के जिला अध्यक्षों को लेकर विवाद जारी है। इंदौर ग्रामीण में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय चिंटू वर्मा के नाम पर अड़े हैं। जबकि सिंधिया गुट के मंत्री तुलसी सिलावट अंतर दयाल के नाम की वकालत कर रहे हैं। इसके अलावा एक और समस्या यह है कि कैलाश इंदौर ग्रामीण के साथ-साथ शहर में भी अपना आदमी चाहते हैं। इसलिए यहां समस्या इतनी जटिल हो गई है कि तमाम कोशिशों के बावजूद अंतिम सहमति नहीं बन पा रही है।

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