पीएम मोदी के नेतृत्व में देश की आंतरिक सुरक्षा में बहुत बड़ा बदलाव आया : केंद्रीय गृह मंत्री 

अहमदाबाद | केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को अहमदाबाद पुलिस आयुक्त कार्यालय के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी और राज्य के पुलिस महानिदेशक विकास सहाय उपस्थित रहे। इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उपस्थित महानुभावों के करकमलों द्वारा अहमदाबाद में निर्मित जॉइंट इंटेरोगेशन सेंटर की नई इमारत का ई-लोकार्पण किया गया। इसके अलावा, गुजरात पुलिस के नागरिक केंद्रित पोर्टल ‘तेरा तुझको अर्पण’ तथा एडीसी बैंक और साइबर क्राइम के संयुक्त उपक्रम से तैयार की गई पुस्तिका ‘साथी’ को लॉन्च किया गया।
अपने संबोधन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज नवरात्रि के पहले दिन अद्यतन टेक्नोलॉजी से सुसज्जित अहमदाबाद पुलिस आयुक्त कार्यालय के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन हुआ है, जिससे आगामी समय में अहमदाबाद शहर पुलिस की एक नई कार्य पद्धति स्थापित होगी। इस संदर्भ में केंद्रीय गृह मंत्री ने आगे कहा कि अहमदाबाद पुलिस आयुक्त कार्यालय का नवनिर्मित भवन 18,068.67 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनाया गया है। यह नवनिर्मित भवन अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी के साथ-साथ पुलिस कंट्रोल रूम, फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम, वीडियो एनालिटिक्स, डेटा सेंटर, इमरजेंसी कॉल बॉक्स, पब्लिक एड्रेस सिस्टम जैसी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इस नवनिर्मित भवन में पुलिसकर्मियों के त्याग और बलिदान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए शहीद स्मारक और पुलिस म्यूजियम भी तैयार किया गया है। इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री ने अहमदाबाद में जॉइंट इंटेरोगेशन सेंटर का उद्घाटन करते हुए कहा कि अहमदाबाद में शुरू होने जा रहे इस जॉइंट इंटेरोगेशन सेंटर में केंद्रीय पुलिस, केंद्र की इन्वेस्टिगेशन टीम तथा राज्य की पुलिस, तीनों साथ मिलकर काम करेंगे। आगामी समय में इस सेंटर के जरिए मामलों को वैज्ञानिक तरीके से सुलझाना आसान हो जाएगा।
देश की आंतरिक सुरक्षा के संबंध में बात करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्ष में देश की आंतरिक सुरक्षा में बहुत बड़ा सकारात्मक परिवर्तन आया है। कश्मीर, उत्तर-पूर्व और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में हिंसा में पिछले दस वर्ष में 70 फीसदी की कमी हुई है, जबकि मौत के मामलों में 72 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। केंद्रीय गृह मंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में केंद्र सरकार ने अंग्रेजों के समय के तीन आपराधिक कानूनों में बारीकी से परिवर्तन कर गत जून महीने से देश में नए कानून लागू कर दिए हैं। इन कानूनों को भविष्य में आने वाली टेक्नोलॉजी और उनके प्रभावों की कल्पना करके बनाया गया है। इस वजह से इन कानूनों में लंबे समय तक बदलाव की जरूरत नहीं पड़ेगी। इतना ही नहीं, इन कानूनों में टेक्नोलॉजी की मदद से अपराधों का पता लगाने, उसे रोकने और मुकदमे को जल्द खत्म कर अपराधियों को त्वरित सजा दिलाने के प्रावधान भी जोड़कर न्याय प्रक्रिया को और भी त्वरित और सुसंगत बनाने का प्रयास किया गया है।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश की अर्थव्यवस्था और गुजरात पुलिस के कामकाज के बारे में आगे बात करते हुए उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में देश की अर्थव्यवस्था दुनिया में 11वें नंबर से पांचवें नंबर पर पहुंच गई है और हम 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शक नेतृत्व के परिणामस्वरूप राज्य की मौजूदा पीढ़ी को यह तक नहीं पता कि कर्फ्यू किसे कहते हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात पुलिस ने ई-गुजकॉप पोर्टल, बॉडी वॉर्न कैमरा और विश्वास प्रोजेक्ट सहित कई नई पहलें की हैं। आज देश में गुजरात पुलिस की छवि आधुनिक टेक्नोलॉजी से सुसज्जित पुलिस फोर्स के रूप में बन गई है। गुजरात पुलिस ने नार्कोटिक्स और ड्रग्स की बुराई के खिलाफ सक्रिय कार्य कर देश में टॉप टू बॉटम और बॉटम टू टॉप इन्वेस्टिगेशन के साथ प्रशंसनीय प्रदर्शन किया है। गुजरात पुलिस ने समुद्री सीमा से लेकर कच्छ की सीमा तक, सभी सीमाओं को सुरक्षित रखने का सक्रिय प्रयास किया है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पुलिस आयुक्त कार्यालय के नवनिर्मित परिसर के लिए बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हमेशा यह कहते हैं कि कार्य स्थल का प्रभाव कार्य संस्कृति पर निश्चित रूप से पड़ता है। अहमदाबाद शहर पुलिस आयुक्त कार्यालय का यह नवनिर्मित भवन पुलिस बल की कार्य संस्कृति को एक नई ऊंचाई देगा। नरेन्द्र मोदी ने ‘शक्ति पंचामृत’ के आधार पर गुजरात का विकास किया है, उनमें से एक महत्वपूर्ण शक्ति रक्षा शक्ति है। रक्षा शक्ति के प्रतिनिधि के रूप में पुलिस बल के लिए समय के साथ नहीं, बल्कि समय से दो कदम आगे चलना जरूरी है। उन्होंने कहा कि शांति व सुरक्षा के लिए पुलिस को और भी आधुनिक तथा सुसज्जित बनाने पर हमेशा ध्यान दिया गया है तथा पुलिस बल का मनोबल लगातार बढ़ाया गया है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह के नेतृत्व में गुजरात सुरक्षा और विकास के मॉडल स्टेट के रूप में स्थापित हुआ है। इतना ही नहीं, उनके नेतृत्व में आज देश की आंतरिक सुरक्षा ज्यादा मजबूत हुई है। देश में आतंकवाद, अपराध और असामाजिक तत्वों के विरुद्ध जीरो-टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आवश्यक कानूनी सुधारों तथा आधुनिक टेक्नोलॉजी के माध्यम से पुलिस तंत्र को सुदृढ़ बनाया गया है। राज्य सरकार पुलिस को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैया कराने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने इस बात पर खुशी व्यक्त की कि आज केंद्रीय गृह मंत्री के करकमलों से राज्य पुलिस को स्ट्रीट स्पेस से लेकर साइबर स्पेस तक अपराध पर अंकुश लगाने हेतु और अधिक सुसज्जित करने वाले अनेक प्रकल्पों की भेंट मिल रही है। मुख्यमंत्री ने नवरात्रि के पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राज्य में नवरात्रि का पर्व आनंद, उत्साह और सुरक्षा के साथ धूमधाम से  मनाया जाता है, इसकी नींव में राज्य में व्याप्त शांति, और उस शांति की स्थापना में पुलिसकर्मियों का योगदान है। राज्य में शांति और सुरक्षा के कारण ही बड़े पैमाने पर विदेशी पूंजी निवेश आ रहा है, तो उद्योग-धंधे भी फल-फूले हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात पुलिस के सतत परिश्रम, सतर्कता और काबिलियत के कारण ही राज्य में शांतिपूर्ण माहौल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकसित भारत के लिए विकसित गुजरात के निर्माण के लिए हमने ‘गुजरात@2047’ का रोडमैप बनाया है, जिसमें नागरिकों की सुरक्षा को केंद्र में रखा गया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि हमारा पुलिस बल मल्टी टास्किंग एक्शन फोर्स बनकर विकसित और सुरक्षित गुजरात के लक्ष्य को हासिल करने में योगदान देगा।
इस अवसर पर राज्य के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री तथा अमित शाह गुजरात के गृह राज्य मंत्री थे, तब उन्होंने असामाजिक तत्वों के विरुद्ध ट्रांसपरेंसी एवं जीरो टॉलरेंस के दृष्टिकोण से काम किया था। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में कानून-व्यवस्था में अहमदाबाद नंबर वन बना है। गुजरात पुलिस नागरिकों की शांति एवं सुरक्षा के लिए निरंतर सक्रिय रह कर कार्य कर रही है। संघवी ने आगे कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुलिस विभाग के कामकाज में टेक्नोलॉजी एवं ह्यूमन इंटेलिजेंस के सक्रिय उपयोग पर बल दिया है। गुजरात पुलिस ने इसी दिशा में काम करते हुए दाहोद जिले में विजन ड्रोन नाइट कैमरा से टेक्नोलॉजी के उपयोग द्वारा चोरों को पकड़ा था।  इसके अलावा, गुजरात पुलिस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), सीसीटीवी नेटवर्क जैसी आधुनिक टेक्नोलॉजी का सक्रिय रूप से उपयोग कर संवेदना के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व में डांग जिले के प्रभारी मंत्री के रूप में अमित शाह के मार्गदर्शन में गुजरात पुलिस ने प्रोजेक्ट देवी के माध्यम से डायन प्रथा दूर करने का कार्य कर लोगों को नया जीवन देने का काम किया था। उसी प्रकार वर्तमान में भी गुजरात पुलिस ब्याजखोरों के उत्पीड़न के विरुद्ध गरीब एवं मध्यम वर्गीय परिवारों को रक्षा देने, वृद्धाश्रम में रहने वाले वृद्धों का उनके परिजनों से मिलन कराने में तथा साइबर क्राइम तथा अन्य आधुनिक अपराधों का दमन करने और नारकोटिक्स एवं ड्रग्स के चंगुल से युवाओं को बचाने के लिए प्रशंसनीय कार्य कर रही है।
राज्य पुलिस महानिदेशक विकास सहाय ने स्वागत संबोधन में कहा कि वर्ष 2047 तक देश को विकसित भारत बनाने का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संकल्प है। विकसित गुजरात से विकसित भारत बनाने के मिशन में आंतरिक सुरक्षा महत्वपूर्ण सिद्ध होती है। ऐसे में गुजरात पुलिस सभी चुनौतियों का सामने करने को तैयार है। गुजरात पुलिस आज टेक्नोलॉजी के माध्यम से ट्रेडिशनल पुलिसिंग को मजबूत करने के साथ साइबर क्राइम, नारकोटिक्स, समुद्री सुरक्षा, महिला एवं बाल सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में आधुनिक युग की चुनौतियों को टेक्नोलॉजी के माध्यम से हल करने तथा प्रभावी, परिणामोन्मुखी एवं जनोन्मुखी कार्य करने को प्रतिबद्ध है।
यहाँ उल्लेखनीय है कि अहमदाबाद शहर पुलिस आयुक्त कार्यालय का नवनिर्मित भवन लगभग 146 करोड़ रुपए की लागत से 18,068.67 वर्ग मीटर क्षेत्र में तैयार हुआ है। इस सात मंजिला भवन में सीसीटीवी कैमरा, फायर सेफ्टी तथा सेंट्रलाइज्ड एसी की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, इस कार्यालय को वीडियो वॉल, वीडियो वॉल कंट्रोलर, डेटा सेंटर, निर्भया प्रोजेक्ट अंतर्गत सॉफ्टवेयर तथा एप्लीकेशन जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है। इस समग्र भवन में वाई-फाई सिस्टम भी लगाया गया है। इस नविनिर्मित भवन में एक मल्टीपर्पज हॉल तथा 3 कॉन्फ्रेंस रूम की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। क्लीन एंड ग्रीन एनर्जी को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से इस भवन में 15 किलोवॉट क्षमता का रूफटॉप सोलर सिस्टम स्थापित किया गया है। साथ ही, 100 किलोवॉट क्षमता का रूफटॉप सोलर सिस्टम स्थापित करने का कार्य प्रगति पर है। पुलिस कर्मचारियों की व्यस्त दिनचर्या एवं उनकी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को ध्यान में रख कर नए कार्यालय भवन के दूसरे तल पर जिम्नेजियम की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। अहमदाबाद शहर पुलिस के इस नए मुख्यालय के निर्माण से पुलिस कर्मचारियों को केवल कामकाज में सरलता ही नहीं रहेगी, बल्कि वे शहर की सुरक्षा-व्यवस्था का कार्य भी बेहतर ढंग से कर सकेंगे। महत्वपूर्ण बात यह भी है कि इस नवनिर्मित भवन में कैंटीन का संचालन सखी मंडल की महिलाओं को सौंपा गया है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है।

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