हमास के सुप्रीम लीडर इस्माइल हानियेह के कत्ल का बड़ा राज खुल गया है।
ईरानी अधिकारियों ने मामले में अहम जानकारी सार्वजनिक की है। उन्होंने बताया कि इस्माइल हानियेह को एकदम किए हमले में नहीं मारा गया, बल्कि इसकी प्लानिंग दो महीने पहले ही कर दी गई थी।
ईरान हानियेह के कत्ल में इजरायल को जिम्मेदार ठहरा चुका है, उसका कहना है कि कातिल ने हानियेह के गेस्टहाऊस में मेहमान बनकर एंट्री ली और दो महीने एक कमरे में गुप्त रूप से बम रख दिया।
तेहरान स्थित उस गेस्ट हाऊस में हुए बम धमाके में हानियेह के अलावा एक अंगरक्षक भी मारा गया था।
हमास के सर्वेसर्वा और कमांडर इन चीफ इस्माइल हानियेह की हत्या को लेकर ईरान बौखलाया हुआ है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने कत्ल के घंटे भर बाद ही ईरानी फोर्स को इजरायल पर हमला करने का आदेश दे दिया है।
ईरान के साथ इजरायल के खिलाफ मुहिम में सीरिया, लेबनान के हिजबुल्लाह और यमन के हूती विद्रोही शामिल हैं। इससे इतर ईरानी अधिकारियों ने हानियेह के कत्ल की जांच भी शुरू कर दी है। शुरुआत जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
दो महीने पहले प्लांट किया था बम
द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट का कहना है कि दो ईरानी अधिकारियों सहित सात मध्य पूर्वी अधिकारियों और एक अमेरिकी अधिकारी के अनुसार, बुधवार को हमास के शीर्ष नेता इस्माइल हनीया की तेहरान के गेस्टहाउस में जिस बम से धमाका हुआ, वो दो महीने पहले रखा गया था।
उनका दावा है कि कातिल ने इसके लिए लंबी प्लानिंग की। उसने पहले हानियेह का पूरा शेड्यूल फॉलो किया। यह पता किया कि वह किस जगह ज्यादा रुकता है। इसके बाद हानियेह को मारने की पूरी प्लानिंग तय की गई।
इजरायल ने महीनों प्लानिंग के बाद हानियेह को मारा
मध्य पूर्व के पांच अधिकारियों के अनुसार, बम को लगभग दो महीने पहले गेस्टहाउस में छिपाया गया था। गेस्टहाउस इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स द्वारा संचालित और संरक्षित है।
यह उत्तरी तेहरान के एक पॉश इलाके में नेशात नामक एक बड़े परिसर का हिस्सा है। 31 जुलाई को गेस्ट हाऊस में हुए बम धमाके में हानियेह के अलावा उसका एक अंगरक्षक भी मारा गया।
बम का रिमोट दबाने से पहले हानियेह की लोकेशन कंफर्म की
बता दें कि हानियेह लंबे समय से कतर में रहकर गाजा को संचालित कर रहे हैं। जब हानियेह का कत्ल हुआ, वो ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह के लिए तेहरान पहुंचे थे।
ईरानी अधिकारियों के मुताबिक, शपथ ग्रहण के बाद हानियेह उसी गेस्ट हाऊस में आराम करने पहुंचे थे। बम को रिमोट से विस्फोट किया गया।
अधिकारियों का कहना है कि कातिल ने तभी विस्फोट किया, जब वह कंफर्म हो गया था कि हानियेह गेस्ट हाऊस पहुंच चुका है।
इस घटना के बारे में जानकारी देने वाले दो ईरानी अधिकारियों, रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के सदस्यों के अनुसार, विस्फोट से इमारत हिल गई, कुछ खिड़कियाँ टूट गईं और बाहरी दीवार आंशिक रूप से ढह गई। इमारत की तस्वीर में भी इस तरह का नुकसान देखा जा सकता है।
तेहरान में इसी गेस्ट हाऊस पर रुकते थे हानियेह
ईरानी अधिकारियों के मुताबिक, कतर से समय निकालकर जब भी हानियेह ने तेहरान का दौरा किया, वह अक्सर इसी गेस्ट हाऊस पर रुका करते थे।
इसलिए हानियेह के कातिल को इस बात की पूरी जानकारी थी कि तेहरान में ईरानी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण के दौरान भी वो उसी गेस्ट हाऊस में रुकेंगे।
ईरानी अधिकारियों और हमास ने इस हत्या के लिए इजरायल जिम्मेदार ठहराया है, यह आकलन कई अमेरिकी अधिकारियों ने भी किया है।
हानियेह और फिर मोहम्मद डीफ की हत्या से मध्य पूर्व में महायुद्ध की संभावना बढ़ गई है। बता दें कि हनीयेह इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम वार्ता में शीर्ष वार्ताकार थे।
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