तमिलनाडु के त्रिची से UAE के शारजाह के लिए उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की एक फ्लाइट में गुरुवार को उस समय तकनीकी खराबी आ गई जब वह आसमान में उड़ रही थी।
जानकारी के मुताबिक, विमान में हाइड्रोलिक सिस्टम फेल गया, जिसके चलते उसे वापस त्रिची हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी है।
अच्छी खबर ये है कि फ्लाइट ने सेफ लैंडिंग कर ली है। इसमें 140 यात्री सवार थे। कुछ घंटे तक आसमान में रहने के बाद विमान फिलहाल सुरक्षित रूप से लैंड कर गया है।
शारजाह के लिए उड़ान भरने वाले विमान IX613 ने टेकऑफ के कुछ समय बाद ही आपातकाल की घोषणा कर दी, जब पायलट को तकनीकी खराबी का पता चला।
विमान ने त्रिची हवाई क्षेत्र में एक घंटे से अधिक समय तक उड़ान भरी। विमान को सुरक्षित रूप से जमीन पर उतारने के लिए पहले उसे हवा में ईंधन कम करने की प्रक्रिया से गुजरना पड़ा।
क्या बोले तमिलनाडु के सीएम
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक की और उन्हें सभी सुरक्षा उपायों का पालन करने का निर्देश दिया।
बाद में उन्होंने विमान के पायलट और चालक दल के अन्य सदस्यों को इसे सुरक्षित रूप से उतारने में सफल होने के लिए बधाई दी।
पुलिस के मुताबिक, शाम करीब साढ़े पांच बजे तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ देर बाद विमान की हाइड्रॉलिक प्रणाली (लैंडिंग में इस्तेमाल ब्रेक, लैंडिंग गियर सहित अन्य उपकरणों को नियंत्रित करने वाली प्रणाली) में खराबी आ गई।
पुलिस ने बताया कि बाद में पायलट ने सूझबूझ से स्थिति को संभाला और विमान को तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डे पर सुरक्षित उतार लिया।
स्टालिन ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “मुझे यह सुनकर खुशी हुई कि एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान सुरक्षित रूप से उतार लिया गया है।
लैंडिंग गियर में खराबी की खबर मिलने के बाद मैंने तुरंत फोन पर अधिकारियों के साथ एक आपातकालीन बैठक की और उन्हें दमकल की गाड़ियां, एंबुलेंस और चिकित्सा सहायता सुनिश्चित करने सहित सभी आवश्यक सुरक्षा उपायों को लागू करने का निर्देश दिया।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “मैंने जिला अधिकारी को सभी यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उन्हें जरूरी सहायता उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया है। विमान को सुरक्षित उतारने के लिए पायलट और चालक दल के सदस्यों की सराहना करता हूं।”
इससे पहले एयरपोर्ट निदेशक गोपालकृष्णन ने बताया कि विमान त्रिची हवाई क्षेत्र में चक्कर काट रहा है ताकि उसमें मौजूद ईंधन को कम किया जा सके और सुरक्षित लैंडिंग की जा सके। हवाई अड्डे पर सुरक्षा के मद्देनजर 20 से अधिक एंबुलेंस और फायर टेंडर तैनात किया गया था। आपातकालीन सेवाएं हर तरह से तैयार थीं ताकि किसी भी संभावित दुर्घटना से निपटा जा सके।
हवा में चक्कर क्यों काट रहा था विमान?
बता दें कि विमान को सुरक्षित रूप से लैंड कराने के लिए ईंधन कम करने की जरूरत इसलिए होती है क्योंकि टेकऑफ के समय विमान में भरपूर मात्रा में ईंधन भरा होता है ताकि वह लंबी दूरी की उड़ान भर सके।
अगर विमान को आपातकालीन स्थिति में वापस उतरना हो, तो उसका वजन ज्यादा होता है, खासकर ईंधन की मात्रा के कारण।
ज्यादा वजन से लैंडिंग के दौरान विमान को रनवे पर नियंत्रित करना मुश्किल हो सकता है, जिससे दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए, विमान को हवा में कुछ समय तक चक्कर लगाकर ईंधन की खपत करनी पड़ती है ताकि उसका वजन कम हो जाए और वह सुरक्षित तरीके से लैंड कर सके।
हाइड्रोलिक सिस्टम क्या है?
हाइड्रोलिक सिस्टम एक तकनीकी प्रणाली है जो तरल पदार्थ, आमतौर पर तेल, के दबाव का इस्तेमाल करके विमान के विभिन्न हिस्सों को नियंत्रित और संचालित करती है।
यह सिस्टम विमान के कई महत्वपूर्ण कार्यों में मदद करता है, जैसे लैंडिंग गियर (विमान के पहिए), फ्लैप्स, ब्रेक्स, और स्टीयरिंग को नियंत्रित करना।
इस सिस्टम के बिना, विमान के इन महत्वपूर्ण हिस्सों को सही ढंग से काम करना मुश्किल हो जाता है, जिससे सुरक्षित उड़ान और लैंडिंग में परेशानी हो सकती है।
यदि हाइड्रोलिक सिस्टम फेल हो जाए, तो विमान को नियंत्रित करने में दिक्कतें हो सकती हैं, इसलिए इसे एक अत्यंत महत्वपूर्ण प्रणाली माना जाता है।
The post एयर इंडिया की फ्लाइट का हाइड्रोलिक सिस्टम उड़ान के बीच में फेल हो गया, हालांकि, कई घंटे आसमान में रहने के बाद विमान ने सुरक्षित लैंडिंग की…. appeared first on .