बिलासपुर
इस गडडे की वजह से वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा, साथ ही स्कूली बच्चे कई बार इस गडडे में फंसकर गिरते रहे, लेकिन एक महिना हो जाने के बाद भी निगम को इस गड्डे को पटाने का समय नहीं मिला।
ऐसे में एक टेंट व्यवसाई बेसूध निगम को आइना दिखाने का काम किया।जिसने खुद से एक मजदूर किया और मिट्टी और मलबा का व्यवस्था कर उक्त गड्डे को पटवाने का कार्य कर शहर हित के लिए एक जागरूक नागरिक के रूप में अपने जिम्मेदारी का निर्वहन किया।
मालूम हो कि तकरीबन एक महिने पहले श्रीकांत वर्मा मार्ग मोड़ (ट्रैफिक सिग्नल के पास) पर बिछाई गई पानी सप्लाई की मुख्य पाइपलाइन छतिग्रस्त हो गई थी। ऐसे में क्षतिग्रस्त पाइपलाइन की मरम्मत के लिए सड़क को तकरीबन बारह फीट गहराई और दस फीट चौड़ाई तक खोदा गया।
लेकिन काम पूरा होने के बाद गडडे में मिटटी डालकर निगम कर्मी चले गए और सड़क एक ही दिन में धंस गई। जिसके बाद वाहनों की आवाजाही में परेशानी होने लगी। वाहनों के चलने से गडडा बढ़ता गया। हालत इतने खराब हो गए कि ट्रैफिक सिग्नल वाला चौक होने के बाद भी वाहनों की आवाजाही इसके वजह से प्रभावित हो गई।
वही रात के समय दो पहिया वाहन चालक सीधे इसमे जाकर फंसने लगे। वही अब बच्चों की स्कुल चालू हो गया है, ऐसे में सुबह से बच्चे स्कूल जाने के लिए निकलने है और रोजाना कोई न कोई बच्चा इसमे फंस के गिर जा रहे है। हो रही समस्या के बाद भी नगर निगम इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है और लोग परेशान हो रहे।
वही लोगों की इस परेशानी को देखते हुए अज्ञेय नगर में रहने वाले टेंट व्यवसाई राजेश मुदलियार ने इस गड्डे को पटाने का जिम्मा उठाया और मंगलवार की शाम एक मजदूर, मिटटी और मलबा लेकर खुद पहुंच गए और गड्डे को पटवाकर आने-जाने वाले वाहन चालकों को इस गडडे से राहत दिलाने का काम किया।
प्रभावित हो रहा था सिग्नल सिस्टम
इस चौक पर यातायात संचालन के लिए ट्रैफिक सिग्नल लगाया गया है, लेकिन इस गडडे ने पूरे सिस्टम को फेल कर रखा था। महाराणा प्रताप चौक की ओर से आने वाली गाड़ियों के लिए श्रीकांत वर्मा मार्ग मोड़ में लेफ्ट साइड फ्री है, लेकिन ठीक उसी जगह सड़क पर गडडा छोड़ दिया गया है, ऐसे में लेफ्ट साइड जाने वाले वाहनों को जगह नहीं मिलता है।
इसी तरह व्यापार विहार की ओर से आकर श्रीकांत वर्मा मार्ग मोड़ में मुड़ने वाली गाडि़यों को भी आगे जाने में इस गडडे की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, इसके बाद भी निगम के अधिकारी नहीं जागे और किसी ने भी गडडे को पाटने की जहमत नहीं की।
अन्य सड़कों में भी इस तरह के गड्डे
शहर के अन्य सड़कों पर भी इस तरह के छोटे-छोटे गडडे है। तार बिछाने, पाइपलाइन बिछाने के बाद इन गड्डों को छोड़ दिया गया है। वही अब बारिश शुरु हो चुका है, जिसकी वजह से इन गड्डों का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। जल्द ही इनकी मरम्मत नहीं किया जाता है, आने वाले दिनों में यह वाहन चालकों के लिए परेशानियों का सबब बनेगा, लेकिन नगर निगम प्रबंधन इस बिलकुल भी ध्यान नहीं दे रहा है।