नई दिल्ली । भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि आने वाले 5 साल दुनिया के लिए बेहद भयानक होने वाले हैं। दुनिया युद्ध के मुहाने पर खड़ी है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक कार्यक्रम में कहा, रूस और यूक्रेन के बीच ढाई साल से ज्यादा समय से जंग चल रही है। इससे वेस्ट एशिया में मिलिट्री टेंशन बढ़ता जा रहा है। जबकि साउथ ईस्ट में भी उथल-पुथल शुरू हो चुकी है। दुनिया के सामने आर्थिक चुनौतियां बड़ी होती जा रही हैं। वहीं, क्लाइमेट चेंज भी हमारी चिंता को बढ़ा रहा है। विदेश मंत्री से पूछा गया था कि दुनिया के ताजा हालात पर उनकी क्या राय है? इसके जवाब में जयशंकर ने कहा, मैं एक आशावादी इंसान हूं। आम तौर पर मैं समाधान से निकलने वाली समस्याओं के बजाय समस्याओं के समाधान के बारे में सोचता हूं। मैं बहुत संयम के साथ कहूंगा कि हम एक असाधारण कठिन दौर से गुजर रहे हैं।
जयशंकर ने दुनिया में चल रही दो जंग और ईरान-इजरायल में बढ़ते मनमुटाव पर कहा, इनके बीच का तनाव धीरे-धीरे आर्थिक चुनौतियों में तब्दील होता जा रहा है। जैसे बीते साल रूस और यूक्रेन में चल रही जंग की वजह से ईंधन के दामों में बढ़ोतरी हो गई थी। उर्वरकों के दाम में भी अचानक से इजाफा दर्ज किया गया था।
जयशंकर कहते हैं, इन दिनों आप देख सकते हैं कि दुनिया किन आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। ज्यादा से ज्यादा देश संघर्ष कर रहे हैं। आज कारोबार करना मुश्किल होता जा रहा है। फॉरिन एक्सचेंज की भी शॉर्टेज होने लगी है। विकास के रास्ते में इसी तरह की कई बाधाएं हैं। विदेश मंत्री ने इसके साथ ही लाल सागर में समुद्री लुटेरों की घटनाओं पर भी चिंता जताई है। ईरान समर्थित हूथी मिलिशिया के लड़ाके कमर्शियल जहाजों को टारगेट कर रहे हैं। उन्होंने कहा- लाल सागर में जो हो रहा है, वो अब सिर्फ न्यूज तक सीमित नहीं रह गया। इसके भयंकर परिणाम होने जा रहे हैं। जयशंकर ने इस दौरान अमेरिका के इलेक्शन पर ज्यादा कुछ तो नहीं बोला, लेकिन उन्होंने कहा कि अमेरिका में चाहे ट्रंप आए या कमला हैरिस। जो भी आएगा भारत सरकार उसके साथ काम करने को तैयार है।