मनेन्द्रगढ़/एमसीबी
एमसीबी का द एसोशियेशन ऑफ वी क्लब समर्पण” न केवल सेवा कार्यों के लिए पहचाना जाता है, बल्कि समाज के प्रति अपनी गहरी जिम्मेदारी निभाने के लिए भी प्रसिद्ध है। हाल ही में क्लब ने जनकपुर और चरवारीडांड क्षेत्र की दो कन्याओं के विवाह में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की मदद कर समाज में एक मिसाल कायम की। यह पहल उन परिवारों के लिए संजीवनी बनकर आई, जो अपने सीमित संसाधनों के चलते विवाह के लिए आवश्यक सामग्री जुटाने में असमर्थ थे।
सामग्री का योगदान और सदस्यों की भूमिका
क्लब की अध्यक्ष श्वेता पोद्दार को जैसे ही इन दो परिवारों की आर्थिक स्थिति और विवाह की आवश्यकता की जानकारी मिली, उन्होंने तुरंत इस विषय को क्लब की बैठक में उठाया। इस पहल पर सहमति बनते ही क्लब की सदस्यों—इंदु सैनी, रजनी अग्रवाल, प्रतिभा अग्रवाल, मंजू गोयल, शीला नासिया, निधि अग्रवाल, माधुरी अग्रवाल, वर्षा, राधा और मनीषा—ने मिलकर इस नेक कार्य के लिए अपने-अपने स्तर पर योगदान दिया।कन्याओं के विवाह के लिए कपड़े, घरेलू सामान, बर्तन, श्रृंगार सामग्री, और अन्य आवश्यक वस्तुएं प्रदान की गईं। इन सामग्रियों को बड़े ही सम्मान और स्नेह के साथ उन परिवारों को सौंपा गया। क्लब की इस पहल ने यह दिखाया कि जब महिलाएं एकजुट होकर समाज के हित में कार्य करती हैं, तो वे बड़े बदलाव ला सकती हैं।समाज को दिया सकारात्मक संदेश:यह कार्य केवल आर्थिक सहायता तक सीमित नहीं था। क्लब ने यह साबित किया कि सहयोग और सामूहिक प्रयास से समाज के कमजोर वर्गों को सशक्त बनाया जा सकता है। इस पहल ने क्षेत्र के अन्य संगठनों और व्यक्तियों को भी सामाजिक जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरित किया है।आभार और प्रशंसा:क्लब की अध्यक्ष श्वेता पोद्दार ने सभी सदस्यों का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह कार्य केवल एक शुरुआत है और भविष्य में क्लब इसी तरह जरूरतमंदों की मदद करता रहेगा। दूसरी ओर, कन्याओं के परिजनों ने क्लब के सदस्यों को धन्यवाद देते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस सहायता ने उनकी मुश्किलों को कम करने के साथ-साथ उनके दिल में उम्मीद और खुशी का संचार किया है।समाज में प्रभाव:
यह पहल केवल दो परिवारों तक सीमित नहीं रही। इस घटना ने समाज में सामूहिक प्रयास और सेवा भावना को बढ़ावा दिया। यह संदेश दिया कि आर्थिक तंगी किसी की खुशियों की राह में बाधा नहीं बन सकती, यदि समाज के लोग मिलकर साथ खड़े हों।”द एसोशियेशन ऑफ वी क्लब समर्पण” की यह पहल न केवल एक प्रेरणा है, बल्कि यह भी दिखाती है कि अगर समाज के सभी वर्ग एकजुट होकर जरूरतमंदों की सहायता के लिए आगे आएं, तो बड़े से बड़े परिवर्तन संभव हैं।