जम्मू संभाग के डोडा में सोमवार रात हुई मुठभेड़ में सेना के कैप्टन सहित चार जवान बलिदान हो गए। इस शहादत से जम्मू कश्मीर सहित देश भर के लोगों में के बीच गुस्सा और गम है। राजनीतिक नेताओं ने भी हमले को लेकर अपनी प्रतिक्रियाएं साझा की है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आतंकवाद के अभिशाप को खत्म करने और क्षेत्र में शांति और व्यवस्था बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वहीं, जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि आतंकियों की तरफ से सेना और पुलिस पर किए गए आतंकी हमले का बदला जरूर लेंगे। इसके साथ ही राहुल गांधी ने बलिदान सैनिकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए भाजपा पर निशाना साधा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, 'डोडा (जम्मू-कश्मीर) में आतंकवाद विरोधी अभियान में हमारे बहादुर और साहसी भारतीय सेना के जवानों के शहीद होने पर मुझे गहरा दुख हुआ है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। राष्ट्र हमारे उन सैनिकों के परिवारों के साथ मजबूती से खड़ा है जिन्होंने कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। आतंकवाद विरोधी अभियान जारी हैं और हमारे सैनिक आतंकवाद के अभिशाप को खत्म करने और क्षेत्र में शांति और व्यवस्था बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।' सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और भारतीय सेना के सभी रैंक के अधिकारियों ने डोडा में बलिदान हुए वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। सेना ने अपने संदेश में कहा, 'कैप्टन बृजेश थापा, नायक डी राजेश, सिपाही बिजेंद्र और सिपाही अजय के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं, जिन्होंने क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने के लिए डोडा में आतंकवाद विरोधी अभियान चलाते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। भारतीय सेना इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है।'
सैनिकों के बलिदान का बदला जल्द लेंगे- उपराज्यपाल
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने डोडा मुठभेड़ में बलिदान हुए सेना और पुलिस के जवान के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि सैनिकों की शहादत का बदला जरूर लेंगे। उपराज्यपाल ने कहा, 'डोडा जिले में हमारे सेना के जवानों और जेकेपी कर्मियों पर हुए कायरतापूर्ण हमले के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है। हमारे देश की रक्षा करते हुए सर्वोच्च बलिदान देने वाले बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि। शोक संतप्त परिवारों के सदस्यों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।' कहा, 'हम अपने सैनिकों की मौत का बदला लेंगे और आतंकवादियों और उनके सहयोगियों के नापाक मंसूबों को नाकाम करेंगे। मैं लोगों से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होने और हमें सटीक जानकारी प्रदान करने का आह्वान करता हूं ताकि हम आतंकवाद विरोधी अभियानों को तेज कर सकें और आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र का अंत कर सकें।' नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा, 'जम्मू कश्मीर में फिर से एक आतंकी मुठभेड़ में हमारे जवान शहीद हो गए। शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोक संतप्त परिजनों को गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। एक के बाद एक ऐसी भयानक घटनाएं बेहद दुखद और चिंताजनक है।' आगे कहा, 'लगातार हो रहे ये आतंकी हमले जम्मू कश्मीर की जर्जर स्थिति बयान कर रहे हैं। भाजपा की गलत नीतियों का खामियाजा हमारे जवान और उनके परिवार भुगत रहे हैं। हर देशभक्त भारतीय की यह मांग है कि सरकार बार-बार हो रही सुरक्षा चूकों की पूरी जवाबदेही ले कर देश और जवानों के गुनहगारों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे। दुख की इस घड़ी में पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता से खड़ा है।'
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने जवानों के बलिदान पर जताया दुख
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, 'मेरे लोकसभा क्षेत्र के जिला डोडा के देसा इलाके में सशस्त्र मुठभेड़ की खबरों से मैं बहुत व्यथित हूं। हमारे वीर जवानों की शहादत पर शोक व्यक्त करने और निंदा करने के लिए शब्द कम पड़ रहे हैं। आइए हम सब मिलकर दुश्मन के नापाक इरादों को परास्त करें और शांति और सद्भाव बनाए रखें जिसके लिए डोडा हमेशा से जाना जाता रहा है।' असम के मुख्यमंत्री (सीएम) हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि सरकार पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का जवाब देगी। जम्मू-कश्मीर में शांति बनाए रखना सरकार का कर्तव्य है। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने आतंकी हमले को लेकर जम्मू कश्मीर पुलिस प्रमुख आरआर स्वैन को बर्खास्त करने की मांग कर दी है। उन्होंने गृहमंत्री और रक्षामंत्री से मामले का कड़ा संज्ञान लेने की बात कही है। महबूबा ने कहा, 'कोई जवाबदेही नहीं है। अब तक तो सभी के खिलाफ कार्रवाई हो जानी चाहिए थी। डीजीपी को बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए था। पिछले 32 महीनों में करीब 50 सैनिकों ने अपनी जान गंवाई है… मौजूदा डीजीपी राजनीतिक रूप से चीजों को ठीक करने में व्यस्त हैं। उनका काम पीडीपी को तोड़ना, लोगों और पत्रकारों को परेशान करना और लोगों को धमकाना है… उन्होंने आगे कहा, '…सत्यापन को हथियार बना दिया गया है। वे अधिकतम लोगों पर यूएपीए लगाने के तरीके खोज रहे हैं… हमें यहां किसी फिक्सर की जरूरत नहीं है, हमें डीजीपी की जरूरत है। हमारे पास पहले भी दूसरे राज्यों से डीजीपी आए हैं और उन्होंने बहुत अच्छा काम किया है। किसी ने भी सांप्रदायिक आधार पर काम नहीं किया है, जैसा कि अब किया जा रहा है।' जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी के प्रमुख अल्ताफ बुखारी ने डोडा में आतंकवादियों को मार गिराने के लिए मुठभेड़ के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले बहादुर सेना के जवानों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि उनकी वीरता और समर्पण को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे। जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला और उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने डोडा में मुठभेड़ में एक कैप्टन समेत चार भारतीय सेना के जवानों के बलिदान की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इस दुखद मौत पर गहरा दुख और आक्रोश व्यक्त किया। इस कठिन समय में उनकी हार्दिक संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।