वेतनमान की मांग को लेकर पारा शिक्षकों ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया. शिक्षकों ने सीएम आवास के बाहर वेतनमान को लेकर नारे लगाए. इधर पुलिस ने भी मोराबादी मैदान के पास बैरिकेडिंग की है और सुरक्षा के लिए एसडीओ, सिटी एसपी, ग्रामीण एसपी सहित कई थानों के प्रभारी वहां मौजूद रहे. सीएम आवास के बाहर स्थिति तनावपूर्ण होती जा रही है और बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिशों के बीच शिक्षकों का भाषण जारी है. पुलिस ने स्थिति को देखते हुए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है. फोर्सेस को तैनात किया गया है और पुलिस पूरी तरह अलर्ट है. हंगामे की आशंका को देखते हुए वाटर कैनन, वज्र वाहन और अग्निशमन की गाड़ियां मंगाई गई हैं.
दरअसल,पारा शिक्षक लंबे समय से अपने वेतनमान की मांग कर रहे हैं और सरकार से इस पर उचित कार्रवाई की मांग की है. उनकी मुख्य मांग है कि उन्हें नियमित शिक्षकों के समान वेतन और सुविधाएं मिलें. उनका कहना है कि वे कई सालों से कम वेतन पर काम कर रहे हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति पर बुरा असर पड़ा है. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सरकार उनकी मांगों को अनदेखा कर रही है, जिससे वे इस तरह के आंदोलन करने पर मजबूर हुए हैं. वे चाहते हैं कि सरकार उनकी मांगों को गंभीरता से ले और जल्द से जल्द उनका समाधान निकाले. प्रदर्शन के दौरान पारा शिक्षकों ने नारेबाजी की और अपनी मांगों के समर्थन में जोरदार भाषण दिए. उन्होंने कहा कि वे तब तक शांत नहीं बैठेंगे जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं. कुछ प्रदर्शनकारी बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश भी कर रहे थे, जिसे पुलिस ने रोकने का काम किया.
साथ ही बता दें कि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी बल की तैनाती की है और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी की है. वाटर कैनन, वज्र वाहन और अग्निशमन की गाड़ियां तैयार रखी गई हैं ताकि किसी भी स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके. स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, और प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है. पारा शिक्षकों के इस आंदोलन को लेकर राज्य में राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है. सभी की नजरें अब सरकार के अगले कदम पर हैं और यह देखा जाना बाकी है कि सरकार पारा शिक्षकों की मांगों पर क्या प्रतिक्रिया देती है.