छत्तीसगढ़-कवर्धा के तरेगांव एकलव्य आवासीय विद्यालय में सीबीएसई कोर्स पढ़ाएं, कलेक्टर ने दिए अध्यापन गुणवत्ता सुधार के निर्देश

कवर्धा.

कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने शनिवार को जिले के आदिवासी एवं विशेष पिछड़ी जनजाति बाहुल क्षेत्र ग्राम तरेगांव जंगल में संचालित एकलव्य आवासीय विद्यालय का अकास्मिक निरीक्षण किया। कलेक्टर ने अकास्मिक निरीक्षण में एकलव्य आवासीय विद्यालय को सीबीएसई कोर्स के मानको के अनुरूप विद्यालय को विकसित के लिए स्वीकृति नवीन निर्माण कार्यों की प्रगति का अवलोकन किया। कलेक्टर ने एकलव्य आवासीय विद्यालय के अतिरिक्त भवनों के निर्माण कार्य में प्रगति नहीं होने और रूक-रूक का निर्माण कार्य करने पर निर्माण एजेंसी और ठेकेदार के कार्यों पर कड़ी नाराजगी जताई। कलेक्टर ने ठेकेदार के विरूद्ध कार्यवाहीं करने और उनके विरूद्ध ब्लैक लिस्टिड करने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

कलेक्टर श्री महोबे ने एकलव्य आवासीय विद्यालय तरेगांव में सीबीएसई कोर्स के मानको के अनुरूप यहां अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए एक सकारात्मक वातावरण तैयार करने तथा शैक्षणिक-अध्यापन कार्यों में गुणात्मक सुधार पर विशेष जोर दिया है। उन्हांने एकलव्य आवासीय विद्यालय में सीधी भर्ती में पदस्थ हुए विषय विशेषज्ञ शिक्षकों और अध्यनरत बच्चों की अलग-अलग बैठक लेकर वहां की शैक्षणिक गतिविधियों पर विशेष चर्चा की। कलेक्टर ने शिक्षकों को नियमित क्लास लेने और विषय के आधार पर प्रयोग और उदाहरण के साथ बच्चों को पढ़ाने के लिए निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि यहां दर्ज सभी बच्चे वनांचल क्षेत्र के रहने वाले। कक्षा छठवीं में आते ही सीबीएसई कोर्स में अध्ययन करने होते है। हिन्दी माध्यम से सीधे अंग्रेजी माध्यम में बच्चों को अध्ययन करना होता है। बच्चों में शिक्षा के प्रति रूचि पैदा करते हुए उन्हें आगे की शिक्षा देना भी शिक्षकों के लिए एक चुनौति है। इस चुनौति को सभी शिक्षक स्वीकर करें और अपने घर के बच्चों की तरह उनके व्यवहार उनके मन में शिक्षा के रूचि तैयार करें। चर्चा के दौरान शिक्षक और विद्यार्थियों ने कांपी-किताब, गणवेश और जूते की आवश्यकता से अवगत कराया। कलेक्टर ने विद्यालय में कापियों की व्यवस्था शीघ्रता से करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने यहां के राष्ट्रीय प्रतियोगिता परीक्षा जैसे जेईई-नीट से संबंधित बच्चों को पढ़ाने के लिए वर्क प्लान बनाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने विद्यार्थियों की मांग पर यहां के पुस्तकालय में राष्ट्रीय प्रतियोगिता परीक्षाओं से संबंधित पुस्तक, जेईई-नीट से संबंधित किताबे, सेम्पल पेपर और अंग्रेजी अखबार की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने एकलव्य आवासीय विद्यालय के आकास्मिक निरीक्षण के दौरान वहां पदस्थ प्रभारी प्रचार्य अनुपस्थित मिले। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने आवासीय विद्यालय-छात्रावास कक्ष का निरीक्षण किया। वहां के बच्चों से चर्चा कर आवश्यक जानकारी ली। उन्होंने रसोई कक्ष का निरीक्षण किया और विद्यार्थियों के पके भोजन की गुणवत्ता की जांच की। कलेक्टर ने रसोई कक्ष में बने चांवल, दाल-सब्जी  की जांच करते हुए मैन्यू के आधार पर भोजन बनाने और भोजन में गुणात्मक सुधार सहित अन्य व्यवस्था में भी सुधार करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने छात्रावास के कुछ कक्षों में बरसात का पानी रिसाव होने पर उन्हे सुधार कराने के लिए सहायक आयुक्त को निर्देशित किया। छात्रावास के बेहतर रख-रखाव नहीं करने तथा साफ-सफाई पर विशेष सुधार करने के लिए अधीक्षक को सख्त निर्देश दिए। 

उल्लेखनीय है कि भारत सरकार द्वारा एकलव्य आवासीय विद्यालय में शैक्षणिक गतिविधियों के विकास एंव विस्तार और पिछड़ी क्षेत्रों में रहने वाले विद्यार्थियों को सीबीएसएई कोर्स में पढ़ाई करने का अवसर प्रदान करने के लिए इस विद्यालय को वर्ष 2019 में सीबीएसई कोर्स की मान्यता दी गई है। भारत सरकार द्वारा इस विद्यालय में सभी विषय विशेषज्ञां के शिक्षकों की नियमित भर्ती भी की गई है। अब तक इस विद्यालय में 13 शिक्षकों ने अपनी ज्वाईन दे दी है। नियमित प्रचार्य की नियुक्ति हो गई है, वे भी जल्द ज्वाईन करने वाले है। विद्यालय को सीबीएसई के मानको के अनुरूप यहां के विद्यार्थियों को अध्यापन कार्य सहित संगीत, प्रयोग शाला, खेल-कूद गतिविधियों को बढ़ावा देने सहित निर्माण कार्यों की स्वीकृति दी गई है। इन निर्माण कार्या में अतिरिक्त कक्षा निर्माण, प्रयोग शाला कक्ष निर्माण, मेडिकल एवं उपचार कक्ष, भाषा प्रयोग शाला कक्ष, सहित अन्य निर्माण कार्य शामिल है। कलेक्टर ने इन सभी भवनों के निर्माण कार्यों पर कड़ी नाराजगी जताई और संबंधितों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

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