सडक़ पर उतरे कर्मचारी, कहा-मांग पूरी होने तक जारी रहेगी लड़ाई
भोपाल । मंत्रालय के बाद दूसरे सबसे बड़े प्रशासनिक भवन विंध्याचल की कैंटीन दो साल से बंद है। कैंटीन के स्थान पर अनुपयोगी दस्तावेज, टेबल-कुर्सी पड़े हैं और कर्मचारी लंबे समय से कैंटीन फिर से प्रारंभ करने की मांग कर रहे हैं। बार-बार मांग करने के बाद भी कैंटीन शुरू नहीं हुई, तो कर्मचारियों का सब्र जवाब दे गया। उन्होंने गुरुवार को विंध्याचल भवन के सामने प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की।
सरकारी कामकाज भी प्रभावित
भवन में कैंटीन न होने के कारण चाय-नाश्ता के लिए कर्मचारी बार-बार भवन से बाहर जाते हैं, जिससे सरकारी कामकाज भी प्रभावित होता है। यही बात कर्मचारी नेता कई बार लोक निर्माण विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को बता चुके हैं और कैंटीन फिर से प्रारंभ करने का अनुरोध भी कर चुके हैं, पर जिम्मेदार अधिकारी न तो कैंटीन के स्थान से कबाड़ हटा रहे हैं और न ही कैंटीन शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं।
आंदोलन किया जाएगा
मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ की 26 जून को हुई बैठक में तय हुआ था कि 10 जुलाई तक कैंटीन फिर से प्रारंभ नहीं की गई, तो चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। संघ की इस चेतावनी का भी अधिकारियों पर कोई असर नहीं पड़ा, तो कर्मचारियों की नाराजगी और भी बढ़ गई और वे दोपहर 1:30 बजे आंदोलन शुरू कर दिया। पहले चरण के आंदोलन में कर्मचारियों ने भवन के सामने प्रदर्शन किया और मांग जल्द पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।