ट्रेन पर पत्थरबाजी की घटनाएं अक्सर सामने आती रहती हैं. अब एक बार फिर से कुछ असामाजिक तत्वों ने ट्रेन पर पत्थरबाजी की घटना को अंजाम दिया. इस बार राज्यरानी सुपरफास्ट ट्रेन को असामाजिक तत्वों ने अपना निशाना बनाया और जमकर पत्थरबाजी की. इस घटना में ट्रेन के कई एसी कोच की खिड़कियों के शीशे टूट गए. हालांकि किसी के घायल होने की जानकारी नहीं है.
राजेंद्र पुल और न्यू बौरान के बीच घटना
ये मामला शनिवार का है, जब सहरसा से रायगढ़ जा रही चलती राज्यरानी सुपरफास्ट ट्रेन पर पत्थरबाजी की गई. इस दौरान यात्रियों में हड़कंप मच गया और अफरा-तफरी का माहौल हो गया. ऐसे में यात्री ट्रेन में डरे हुए बैठे रहे. पत्थरबाजी की घटना को किस जगह या किस रेलवे स्टेशन के आसपास अंजाम दिया गया. इसकी जानकारी रेल प्रशासन की ओर से नहीं दी गई है. हालांकि ट्रेन में तैनात रेल कर्मचारियों ने राजेंद्र पुल और न्यू बौरान के बीच इस घटना के होने की जानकारी दी.
पत्थरबाजी के बाद ट्रेन के शीशे नहीं बदले
शनिवार, 24 नवंबर को ये घटना हुई थी लेकिन रविवार, 25 नवंबर यानी अगले दिन जब राज्यरानी सुपरफास्ट ट्रेन सहरसा से पटना गई. तब भी ट्रेन के शीशे ऐसे के ऐसे ही थे. ट्रेन के शीशों को बदला नहीं गया. इस मामले में किसी तरह के पुलिस केस दर्ज होने की अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है. पत्थरबाजी की घटना की कई बार खबरें सामने आती हैं. सबसे ज्यादा वंदे भारत एक्सप्रेस को अपना निशाना बनाया जाता है.
शरारती तत्वों का पथराव
इससे पहले बिहार के गया में वंदे भारत ट्रेन को निशाना बनाया गया था, जहां वंदे भारत ट्रायल ट्रेन पर ही शरारती तत्वों ने पथराव कर दिया था. इस घटना में भी ट्रायल ट्रेन के दूसरे कोच की एक खिड़की का शीशा टूट गया था. हालांकि तब भी घटना में किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं थी. क्योंकि इस दौरान ट्रेन में कोई यात्री नहीं था. उसे ट्रेन को 15 सितंबर 2024 को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाई थी.