विपक्षी गठबंधन INDIA में सीट शेयरिंग को लेकर अंतिम सहमति नहीं बन सकी है।
हो रही देरी पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने चेताया है।
उन्होंने कहा है कि अगर सीट बंटवारे पर जल्द सहमति नहीं बनी तो ‘INDIA’ गठबंधन के लिए खतरा है और कुछ सदस्य एक अलग समूह बनाने की कोशिश कर सकते हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के साथ उनके यूट्यूब चैनल पर चर्चा में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने यह टिप्पणी की।
‘INDIA’ गठबंधन में सीट-बंटवारे की व्यवस्था पर स्पष्टता की कमी के बारे में पूछे जाने पर अब्दुल्ला ने कहा, ‘अगर हमें देश को बचाना है, तो हमें मतभेदों को भूलना होगा और देश के बारे में सोचना होगा।’
उन्होंने कहा, ‘अगर सीट-बंटवारे की व्यवस्था को अंतिम रूप नहीं दिया गया तो गठबंधन के लिए खतरा है। इसे समयबद्ध तरीके से किया जाना चाहिए।
यह संभव है कि कुछ दल अलग गठबंधन बनाने के लिए एक साथ आ सकते हैं, जो मुझे सबसे बड़ा खतरा लगता है। अभी भी समय है।’
अब्दुल्ला ने कहा कि पार्टियों को केवल वहीं सीटें मांगनी चाहिए जहां उनका दबदबा है और जहां वे प्रभावी नहीं हैं वहां सीटें मांगना गलत है। उन्होंने कहा कि ‘लोकतंत्र तो खतरे में है ही, आने वाली पीढ़ी भी हमें माफ नहीं करेगी।’
उन्होंने कहा, ‘वह चुनौती हमारे सामने है। अगर हम अपने अहंकार को छोड़कर एक साथ मिलकर यह नहीं सोचते कि इस देश को कैसे बचाया जाए, तो मुझे लगता है कि यह हमारी ओर से सबसे बड़ी गलती होगी।’
अब्दुल्ला ने कहा कि गठबंधन के सदस्यों की हाल में दिल्ली के एक होटल में बैठक हुई जहां इस बात पर सहमति बनी कि सीटों पर समझौते को लेकर ज्यादा समय नहीं बचा है।
अब्दुल्ला ने कहा कि पिछली बार तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी वाम दलों के साथ सीटें साझा करने के लिए तैयार नहीं थीं, लेकिन इस बार बैठक में उन्होंने पेशकश की कि वाम दल वहां से चुनाव लड़ सकते हैं जहां से वे जीत सकते हैं।
अब्दुल्ला ने कहा कि लोग उनके (ममता) खिलाफ बयान जारी कर मतभेद बढ़ा रहे हैं।