भोपाल । प्रदेश की डां मोहन सरकार द्वारा बनाई जाने वाली एक योजना से न केवल प्रदेश के लोगों को घर के आसपास रोजगार मिल सकेगा, बल्कि औद्योगिक उत्पादन भी बढ़ेगा। इससे स्थानीय स्तर पर मौजूद प्राकृतिक संसाधनों और फसलों का भी समुचित उपयोग हो सकेगा। दरअसल, सरकार की योजना हर 15 से 20 किलोमीटर के दायरे में एक -एक छोटा औद्योगिक क्षेत्र बनाने की है। इसके लिए शासन स्तर पर योजना बनाने का काम किया जा रहा है। अगर यह योजना जमीन पर उतरती है तो आम आदमी की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा और प्रदेश में औद्योगिक क्रांति भी आ जाएगी। इससे प्रदेश के चारों महानगरों के आसपास दर्जनों औद्योगिक क्षेत्र विकसित हो जाएंगे। अगर भोपाल की ही बात करें तो इस समय गोविंदपुरा के साथ शहर से 20-25 किमी की दूरी में पांच अन्य औद्योगिक क्षेत्र हैं। शहर से दूरी और अधोसंरचना की कमी की वजह से यहां तेजी से उद्योग विकसित नहीं हो पाए। शहरवासियों को निजी कंपनियों के अलावा कोई और कार्यस्थल नहीं है। भेल, गोविंदपुरा की इकाइयों की रोजगार देने की क्षमता उच्चतम स्तर की है। ऐसे में नए छोटे नए क्षेत्र में एक 300 लोगों को भी रोजगार देता है तो फिर करीब 50 हजार लोगों के लिए नए रोजगार के रास्ते खुल जाएंगे। ऐसा होने से अकेले भोपाल के ही लगभग हर वार्ड में औद्योगिक क्षेत्र खुल जाएंगे। इसकी वजह है शहर का क्षेत्रफल 462 वर्ग किमी का होना। भोपाल के 85 वार्ड में करीब 23 लाख की आबादी रहती है। प्रशासन व उद्योग विभाग की योजना कारगर होती है तो यहां हर वार्ड में एक से अधिक औद्योगिक क्षेत्र बन सकते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत स्तर या फिर पांच से सात गांवों के बीच में एक औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जाएगा।
निवेश योजना का मिलेगा लाभ
इन दिनों सरकार का पूरा फोकस निवेश लाने पर बना हुआ है। हाल में अचारपुरा में जर्मन कंपनी का बड़ा निवेश आया है। छोटे निवेश वाली व स्थानीय कंपनियों के लिए छोटे औद्योगिक क्षेत्र बड़े अवसर के तौर पर होंगे, जो लोग छोटे स्टार्टअप करना चाहते हैं। उनके लिए ये छोटे औद्योगिक क्षेत्र बड़े मददगार साबित होंगे।
राजधानी बन रही है उद्योग नगरी
अगर भोपाल की ही बात की जाए तो अब यह उद्योग नगरी के रुप में विकसित हो रही है। इसकी वजह है मंडीदीप औद्योगिक क्षेत्र, जो भोपाल से करीब 20 किमी दूर स्थित है। राज्य का यह सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है। यहां विभिन्न प्रकार के बड़े उद्योग, जैसे कि वाहन निर्माण, फार्मास्यूटिकल्स, और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग स्थित हैं। इसी तरह से गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र शहर के अंदर स्थित एक प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र है। यहां 1200 से अधिक छोटे और मध्यम उद्योग हैं। यहां मशीनरी, ऑटोमोबाइल पाट्र्स, और प्लास्टिक के उत्पाद बनाए जाते हैं। बगरोदा औद्योगिक क्षेत्र शहर से सटा हुआ है। इसका विकास नए उद्योगों के विस्तार के लिए किया जा रहा है। इसी तरह से शहर से करीब 30 किमी दूर बैरसिया रोड पर अचारपुरा औद्योगिक क्षेत्र है।