सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण में सीहोर जिला पिछले पौने दो साल से लगातार प्रदेश में पहले नंबर पर आ रहा है। सीएम हेल्पलाइन की 19 जुलाई 2024 को जारी प्रदेश स्तरीय रैंकिंग में सीहोर जिला ग्रुप-ए में फिर पहले नंबर पर आया है। सीएम हेल्पलाइन रैंकिंग के अनुसार सीहोर जिले में माह मई-जून में कुल 5710 शिकायतों का 79.63 वेटेज स्कोर के साथ निराकरण किया गया, जबकि सीएम हेल्पलाइन के निराकरण में विदिशा दूसरे स्थान पर तथा तीसरे पर सिंगरोली रहा। कलेक्टर प्रवीण सिंह बताया कि सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण में सीहोर जिले के लगातार हर माह प्रदेश में प्रथम स्थान पर आने का मुख्य कारण ये है कि सभी विभागों के जिला अधिकारियों द्वारा आमजन की शिकायतों का संवेदनशीलता और गंभीरता के साथ निराकरण किया जा रहा है। उन्होंने सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण में प्रदेश में प्रथम आने पर जिला पंचायत सीईओ आशीष तिवारी, अपर कलेक्टर वृंदावन सिंह सहित जिले की पूरी टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि सभी शासकीय सेवकों का हमेशा यह प्रयास होना चाहिए कि लोगों की शिकायतों और समस्याओं का जल्द से जल्द निराकरण कर उन्हें राहत दी जाए। कलेक्टर सिंह ने बताया कि शिकायतों के निराकरण में आने वाली कठिनाई को दूर करने तथा समय सीमा में निराकरण के लिए विभागीय अधिकारियों को जिला स्तर पर मार्गदर्शन दिया जाता है। जिला अधिकारियों के साथ ही मैदानी अमला भी शिकायतकर्ताओं से संपर्क कर त्वरित निराकरण के लिए पूरी गंभीरता और तत्परता से कार्य करते हैं। उचित मार्गदर्शन से शिकायत उच्च स्तर पर जाने के पूर्व ही फर्स्ट लेवल में ही निराकरण कर लिया जाता है।
शिकायतों का संतुष्टिपूर्ण निराकरण
कलेक्टर प्रवीण सिंह ने सभी अधिकारियों को यह निर्देश दिए हैं कि सीएम हेल्पलाइन से प्राप्त शिकायतों और समस्याओं का केवल निराकरण ही नहीं करना है, बल्कि निराकरण संतुष्टिपूर्ण हो, इसका हमेशा प्रयास किया जाए। इसके लिए जरूरी है समस्या के निराकरण होने तक शिकायतकर्ता से सतत संपर्क एवं संवाद बनाए रखा जाए। कलेक्टर प्रवीण सिंह सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के त्वरित और संतुष्टिपूर्ण निराकरण की प्रतिदिन नियमित रूप से सभी विभागों की सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के गहन समीक्षा करते हैं। इसके साथ ही प्रत्येक सप्ताह आयोजित होने वाली समय सीमा बैठक में भी सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों की गहन समीक्षा की जाती है। जिला स्तर पर समीक्षा के साथ ही अनुभाग और जनपद स्तर पर भी समीक्षा की जाती है तथा संबंधित विभागों के जिला अधिकारी भी इसकी नियमित समीक्षा और निराकरण के लिए कार्य करते हैं। सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों और ग्रामीण अमले द्वारा शिकायतकर्ता से सतत संवाद कायम रखा जाता है। यदि शिकायतों और समस्याओं के निराकरण में कठिनाई आती है तो शिकायतकर्ता से उनके घर जाकर सम्पर्क किया जाता है और उन्हें उस शिकायत के संबंध में वस्तुस्थिति से अवगत कराया जाता है।