मुंबई। देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री बनने के साथ ही महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता खत्म होती दिख रही है। हालांकि, शिंदे गुट और बीजेपी के बीच बढ़ते तनाव और शिवसेना (उद्धव गुट) की तीखी आलोचनाओं से यह साफ है कि महायुति सरकार को अपने अंदरूनी विवादों से पार पाना होगा। इसी बीच संजय राउत ने यह कहकर शिंदे की टेंशन बढ़ा दी है कि भाजपा अपनी आदत के मुताबिक पार्टी को तोड़ने की कोशिश कर सकती है। एकनाथ शिंदे को उपमुख्यमंत्री पद का प्रस्ताव दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने ना ना करते हुए स्वीकार कर लिया है। शिंदे गृह मंत्रालय चाह रहे हैं, लेकिन यह मंत्रालय बीजेपी के पास ही रहने की उम्मीद है। ऐसे में शिंदे की नाराजगी बनी रहने के आसार हैं और अपनी शर्तें बार-बार दोहराते देखे जा सकते हैं। ऐसे माहौल में संजय राउत ने एक भविष्यवाणी करते हुए कहा है कि शिंदे की पार्टी टूट सकती है। दरअसल राउत ने कहा कि शिंदे की पार्टी को तोड़ने की कोशिश की जा सकती है। उन्होंने दावा किया कि यह भाजपा की पुरानी रणनीति है कि अपने सहयोगियों को कमजोर कर सत्ता पर पकड़ बनाए रखे। इससे शिंदे की टेंशन बढ़ना लाजमी है। इसी के साथ आने वाले समय में इस गठबंधन की स्थिरता पर सबकी नजरें रहने वाली हैं।