रेत माफियाओं ने गुंडागर्दी की, वनकर्मियों से दुर्व्यवहार और मारपीट की

जिले में खनिज संपदा की लूट मची हुई है। तस्कर मैदानी इलाकों सहित वन क्षेत्र से रेत, मुरुम व अन्य संपदा की चोरी कर रहे हैं। ऐसा ही मामला छुरिया क्षेत्र के वनखंड दक्षिण झिंझरी में प्रकाश में आया है। तस्करों द्वारा झिंझरी वन क्षेत्र से रेत का अवैध खनन कर परिवहन किया जा रहा था। सूचना मिलने पर वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और अवैध खनन का विरोध किया तो तस्करों ने कर्मचारियों के साथ गाली-गलौज व मारपीट की। कर्मचारियों ने मामले की शिकायत पुलिस से की है। छुरिया पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच में जुट गई है। पुलिस के अनुसार प्रार्थी रोशन मोहम्मद खान ने शिकायत दर्ज कराई है कि वह वन परिक्षेत्र दक्षिण बोरतलाव में परिक्षेत्र सहायक के पद पर कार्यरत है। मंगलवार को वह और चौकीदार डमरू लाल वनरक्षक गायत्री वर्मा के साथ वनखंड दक्षिण झिंझरी के बीच निरीक्षण के लिए गए थे। 

बिना दस्तावेज के खनन व परिवहन

इस दौरान झिंझरी निवासी उत्तम गोंड, विनोद साहू व रामदास साहू आरक्षित वन क्षेत्र से अवैध रूप से रेत का उत्खनन कर मजदूरों के माध्यम से अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली में लोड कर रहे थे। वन कर्मियों ने उनसे पूछताछ की तथा रेत उत्खनन व परिवहन के संबंध में वैधानिक दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा। इस पर कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया।

अवैध रेत उत्खनन व परिवहन के लिए वन कर्मियों ने भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 52 व धारा 26 (1) के तहत अपराध पाते हुए ट्रैक्टर व ट्रॉली को जब्त कर लिया। आरोपियों ने शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाई तथा जब्त ट्रैक्टर व ट्रॉली को लकड़ी यार्ड चिरचारी में नहीं लाने दिया तथा वन कर्मियों के साथ मारपीट की। आरोपी उत्तम गोंड, विनोद साहू व रामदास साहू के विरुद्ध धारा 221, 132, 296, 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया है।