संसद के अंदर उत्पात मचाने की सनसनीखेज घटना मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं।
संसद पर हमले की बरसी के दिन 13 दिसंबर को जिन चार लोगों ने देशवासियों को हैरान कर दिया, वे सभी बेरोजगार हैं और उनमें सरकार के खिलाफ काफी आक्रोश था।
अब जानकारी सामने आई है कि घटना की सुबह इंडिया गेट पर मिले थे, जहां उन्होंने आपस में काम बांटे और फिर संसद की सुरक्षा को भेदने के लिए निकल पड़े।
सूत्रों का कहना है कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि अमोल महाराष्ट्र से कलर पटाखे लाया था और उसने इंडिया गेट पर ही सागर और मनोरंजन के पास इनको सौंपा। कुछ पटाखे अपने पास रखे थे।
सागर और मनोरंजन ने लोकसभा के भीतर जो कलर धुआं निकाला, वो वही कलर पटाखा था। यह भी जानकारी सामने आई है कि इस पूरे कांड को सागर शर्मा और मनोरंजन लीड कर रहे थे।
वहीं, नीलम और अमोल ने बाहर प्रदर्शन का जिम्मा लिया। जबकि छठा और फरार आरोपी ललित झा पीछे से पूरी घटना पर नजर रख रहा था।
संसद की सुरक्षा में भारी चूक मामले में हंगामा लगातार बढ़ता जा रहा है। विपक्षी सांसदों ने मामले में जेपीसी जांच की मांग की है।
विपक्षी सांसदों की मांग है कि इस तरह की घटना कोई सामान्य नहीं है। कुछ लोग सांसद के लेटर हेड वाले पास से लोकतंत्र के मंदिर में एंट्री लेते हैं और फिर घटना को अंजाम देते हैं।
इस तरह की घटनाएं दोबारा न हो, इसके लिए इस बार ही कड़े कदम उठाने की जरूरत है। वहीं, लोकसभा सिक्योरिटी ब्रीच पर गृह राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक ने कहा कि संसद की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं है।
संसद की सुरक्षा को भेदने वालों के बारे में जानकारी सामने आई है कि ये सभी भगत सिंह फैन क्लब से जुड़े थे। सूत्रों के अनुसार, सभी आरोपी इंडिया गेट पर मिले और वहीं पटाखा कलर बांटा गया था।
साजिश का शिकार है सागरः मामा का आरोप
संसद उल्लंघन मामले के आरोपी सागर के मामा प्रदीप का कहना है, ”सागर ऐसा नहीं कर सकता। अगर ऐसा होता तो उसका कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड होता।
जरूर इसके पीछे किसी बड़े पद पर बैठे व्यक्ति ने अंजाम दिया और उसकी साजिश में सागर फंस गया है।” बता दें कि इससे पहले सागर के परिवारवालों ने भी उसे बेकसूर बताया है।
सागर की मां का कहना है कि वह रिक्शा चलाता है और वे हैरान हैं कि वह अचानक कैसे वहां पहुंच गया और इस घटना को अंजाम दे दिया।