दिल्ली के फ्लाईओवर मरम्मत की खुराक मांग रहे हैं। यह बात लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा कराए गए एक सर्वे में सामने आई है। सर्वे में पता चला है कि इन फ्लाईओवरों में काम कराने की जरूरत है।
खराब मिले एक्सपेंशन ज्वाइंट
फ्लाईओवर की दशा भी ठीक नहीं पाई गई है। इनमें एक्सपेंशन ज्वाइंट खराब मिले हैं। वहीं लंबे समय से रखरखाव न होने के कारण भी टूटफूट की काफी समस्याएं हैं। इन पर रंगरोगन आदि का काम भी कराया जाएगा।
पहले 24 फ्लाईओवरों की होगी मरम्मत
पीडब्ल्यूडी के पास हैं 100 से अधिक फ्लाईओवर हैं। इनमें से 24 के करीब फ्लाईओवरों की पहले चरण में मरम्मत कराई जाएगी।
बता दें कि पीडब्ल्यूडी पुल मिठाई फ्लाईओवर, ओखला फ्लाईओवर, जनक सेतु, ओबराय-लोधी रोड, चिराग दिल्ली फ्लाईओवर,आईएसबीटी कश्मीरी गेट फ्लाईओवर व नेहरु नगर फ्लाईओवर के संरक्षण पर काम कर रहा है। यह काम अब पूरा होने जा रहा है।
इसके साथ ही पीडब्ल्यूडी के अन्य फ्लाईओवरों भी मरम्मत की प्रक्रिया में हैं। इनमें नांगलोई फ्लाईओवर, मायापुरी फ्लाईओवर, लोनी रोड गोल चक्कर, सीलमपुर का सिंगल फ्लाईओवर व शक्ति नगर रेलवे अंडर ब्रिज भी इस दायरे में शामिल हैं।
पीडब्ल्यूडी के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि यातायात के अत्यधिक दबाव के कारण फ्लाईओवरों में छोटी मोटी कमियां आ जाती हैं। 15 साल में एक्सपेंश ज्वाइंट खराब हो जाते हैं जो बदले जाते हैं।।