पांच क्षेत्रीय पार्टियों भारतीय राष्ट्र समिति, तृणमूल कांग्रेस, डीएमके, बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस ने 2022-23 में इलेक्टोरल बांड के जरिए कुल 1,243 करोड़ रुपये जुटाए। एनुअल ऑडिट रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है।
इससे पहले 2021-22 में इन दलों को संयुक्त रूप से 1,338 करोड़ रुपये हासिल हुए थे। इन 5 दलों में इस बार सबसे ज्यादा चुनावी बांड बीआरएस को मिला है।
ममता बनर्जी की पार्टी TMC को मिले कुल चंदे में से इलेक्टोरल बांड का हिस्सा 97%, DMK का 86%, BJD का 84%, YSR कांग्रेस का 70%, और BRS का 71% रहा।
आम आदमी पार्टी (AAP) अब नेशनल पार्टी बन चुकी है जिसे 2021-22 में 36.4 करोड़ रुपये का इलेक्टोरल बांड मिला। इसकी कुल इनकम 2021-22 में 44.5 करोड़ रुपये से बढ़कर 2022-23 में 85.2 करोड़ पहुंच गई।
AAP का सालाना खर्च 30.3 करोड़ रुपये से बढ़कर 102 करोड़ पहुंच गया। 5 क्षेत्रीय दलों की ओर से एनुअल ऑडिट रिपोर्ट इलेक्शन कमीशन की सबमिट की गई है। इसके मुताबिक, बीआरएस की ओर से सबसे ज्यादा 737.7 करोड़ रुपये की इनकम घोषित की गई।
2021-22 में यह राशि 218 करोड़ ही थी। TMC ने अपनी आय 333.4 करोड़ रुपये बताई है जो इससे पहले 545.7 करोड़ थी। DMK ने 214.3 करोड़ इनकम बताई जो 2021-22 में 318.7 करोड़ थी।
टीएमसी ने बताया सबसे अधिक खर्च
अगर BJD की बात करें तो उसने 2022-23 के लिए 181 करोड़ रुपये आय घोषित की जो इससे पहले 307 करोड़ थी। वहीं, YSR कांग्रेस को भी इस बार मिले इलेक्टोरल बांड में गिरावट आई है जिसके पास फिलहाल 74.8 करोड़ की इनकम है।
2021-22 में यह राशि 93.7 करोड़ रुपये थी। इसके अलावा टीएमसी की ओर से बताया गया कि 2022-23 में उसने 181 करोड़ रुपये खर्च किए।
वाईएसआर कांग्रेस ने 79.3 करोड़ और बीआरएस ने 57.5 करोड़ रुपये खर्च किए। वहीं, डीएमके ने 52.6 करोड़ और बीजेडी ने 9.9 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।