ईरान में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं। नतीजों के अनुसार, सुधारवादी मसूद पेजेशकियान ने जीत हासिल की है, उन्होंने कट्टरपंथी नेता सईद जलीली को हराया। पेजेशकियान ने अपने चुनाव अभियान के दौरान ईरान के शिया धर्मतंत्र में कोई आमूलचूल परिवर्तन नहीं करने का वादा किया था और माना कि देश के सभी मामलों में अंतिम मध्यस्थ सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ही होंगे। हालांकि पेजेशकियान की राह बिल्कुल भी आसान नहीं होने वाली है और उन्हें सुधारवादी कदमों के लिए सरकार में मौजूद कट्टरपंथी नेताओं की चुनौती से पार पाने के लिए खासा संघर्ष करना पड़ सकता है।
ईरान में 5 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए दूसरे चरण का मतदान हुआ, जिसमें करीब तीन करोड़ लोगों ने हिस्सा लिया। नतीजों में पेजेशकियान ने सईद जलीली को 30 लाख से ज्यादा वोटों से हराया। ईरानी मीडिया के अनुसार, पेजेशकियान को चुनाव में 1.64 करोड़ वोट मिले, वहीं जलीली को 1.36 लोगों ने वोट किया। मसूद पेजेशकियान ईरान के नौंवे राष्ट्रपति हैं। ईरान में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की बीती 19 मई को एक हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो गई थी।
इसके बाद ईरान में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हुए। 28 मई को हुई पहले चरण की वोटिंग में किसी उम्मीदवार को बहुमत नहीं मिला। इसके बाद करीब 42 फीसदी वोट पाने वाले पेजेशकियान और 38 फीसदी वोट पाने वाले सईद जलीली के बीच दूसरे चरण का चुनाव हुआ। ईरान के संविधान के अनुसार, अगर पहले चरण के चुनाव में किसी उम्मीदवार को बहुमत नहीं मिला तो शीर्ष दो उम्मीदवारों के बीच दूसरे चरण का चुनाव होता है।