नई दिल्ली । कोलकाता में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर की घटना के बाद से हेल्थकेयर सेक्टर में गुस्सा है। देश भर के डॉक्टर्स घटना के बाद से ही आक्रोश में है। हजारों की तादाद में देश भर के डॉक्टर्स प्रदर्शन कर रहे है। डॉक्टर्स ने पीड़ित डॉक्टर को न्याय दिलाने के लिए अब सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। डॉक्टर्स काम बंद हड़ताल पर है।
वहीं देश भर के अस्पतालों में हालत और भी खराब हो रहे है। देश भर में डॉक्टर्स को हड़ताल का मंगलवार से अधिक गंभीर असर देखने को मिल सकता है। अस्पताल में डॉक्टर्स ने मंगलवार से ओपीडी बंद करने का फैसला किया है। इसके साथ ही अन्य सेवाएं भी मंगलवार से बाधित हो गई है। इस घटना के सिलसिले में ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन फेडरेशन ने 13 अगस्त से देश भर में ओपीडी सेवाएं बंद करने का आह्वान किया है। फोर्डा ने भी हड़ताल को जारी रखने का ऐलान किया है। फोर्डा के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की टीम के साथ ही चर्चा के बाद भी इस मामले पर कोई ठोस निर्णय नहीं आया है। इसके बाद डॉक्टरों ने हड़ताल को खत्म नहीं किया जाएगा। अस्पतालों में वैकल्पिक सेवाएं एक और दिन के लिए रोक दी गई हैं। आपातकालीन सेवाएं सामान्य रूप से जारी रहेंगी।
दिल्ली में केंद्र द्वारा संचालित एम्स, आरएमएल अस्पताल और सफदरजंग अस्पताल सहित कई अस्पतालों के रेजीडेंट चिकित्सकों ने कोलकाता में एक महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म एवं हत्या के मामले को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोरडा) के अनुसार, अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान सभी बाह्यरोगी विभाग (ओपीडी), ऑपरेशन थिएटर और वार्ड ड्यूटी बंद रहेंगी लेकिन आपातकालीन सेवाएं सामान्य दिनों की तरह चालू रहेंगी ताकि यह सुनिश्चित हो कि आपात चिकित्सा वाले रोगियों को परेशानी न हो। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) भी कोलकाता में प्रशिक्षु रेजीडेंट चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले के विरोध में फोरडा की देशव्यापी हड़ताल में शामिल हो गई है।