रायपुर: अविनाश एलिगेंस में छाया मौत का डर, भटक रही महिला की आत्मा, अबतक 3 मौत

रायपुर: वीआईपी रोड स्थित अविनाश बिल्डर का प्रोजेक्ट अविनाश एलिगेंस अब खूनी प्रोजेक्ट के रूप में जाना जाने लगा है। निर्माणाधीन बिल्डिंग में तीन लोगों की मौत के बाद अब मजदूरों को उनकी आत्मा के यहां भटकने का डर सताने लगा है। इसके चलते कई मजदूर काम करने से कतराने लगे हैं। वे रात में बिल्डिंग में रुकना नहीं चाहते। ज्यादातर मजदूर ग्रामीण इलाकों से हैं। ग्रामीण इलाकों में किसी की असामयिक मौत को लेकर कई मान्यताएं हैं। खासकर अगर कोई युवक मरता है तो उसकी आत्मा के इधर-उधर भटकने को लेकर अंधविश्वास ज्यादा होता है।

एक युवती समेत तीन की मौत

नाम न छापने की शर्त पर मजदूरों ने बताया कि बिल्डिंग में पहले एक युवती की मौत हो चुकी है। इसके बाद स्लैब गिरने से दो और मजदूरों की असामयिक मौत हो गई। इसके बाद से मजदूरों में एक तरह का डर है। कई लोग यहां काम करना छोड़ चुके हैं। उन्हें निर्माणाधीन बिल्डिंग में उनकी आत्मा के भटकने का डर सता रहा है। अब दूसरे मजदूरों को बुलाने की बात हो रही है।

क्या है मामला 11 जनवरी को निर्माणाधीन अविनाश एलिगेंस की आठवीं मंजिल का स्लैब और लोहे का स्ट्रक्चर गिरने से दो मजदूरों की मौत हो गई थी। मृतक रहमत बेग खान (करहीबाजार, बलौदाबाजार) और रामदास पंडो (बलरामपुर) अन्य मजदूरों के साथ काम कर रहे थे। इसमें 6 अन्य मजदूर बुरी तरह घायल हो गए थे। इनमें से दो गंभीर रूप से घायल हो गए थे। 11 जनवरी से पहले 24 अक्टूबर 2024 को इसी स्थान पर बिलाईगढ़ की युवती कौशल्या की भी पांचवीं मंजिल से गिरकर मौत हो गई थी। इन मामलों में बिल्डरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। थाने से ही छोड़ दिया! दो मजदूरों की मौत के मामले में तेलीबांधा थाने में अविनाश एलिगेंस के प्रोजेक्ट मैनेजर और इंजीनियर समेत तीन लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया था। थाने में बयान लेने के बाद पुलिस ने तीनों को मुचलके पर छोड़ दिया था। बिल्डर ने युवती की मौत के मामले को भी दबा दिया। तीन मजदूरों की मौत हो गई, लेकिन बिल्डरों से पूछताछ नहीं की गई। उन्हें आरोपी भी नहीं बनाया गया।

जल्दबाजी और सुरक्षा की अनदेखी!

अविनाश बिल्डर द्वारा बनाए जा रहे अविनाश एलिगेंस को 31 मार्च तक पूरा करना है। संभवत: इसी कारण बिल्डर जल्दबाजी में बिल्डिंग बना रहा है। इससे मजदूरों की सुरक्षा में लापरवाही और गुणवत्ता प्रभावित होने की आशंका है। टीआई नरेंद्र मिश्रा ने बताया कि चूंकि यह जमानती अपराध है, इसलिए तीनों को थाने से छोड़ दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

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