राहुल बोले- ‘बजट बनाने वालों में कोई पिछड़ा, दलित, आदिवासी अफसर नहीं’, निर्मला सीतारमण ने पकड़ लिया माथा

नई दिल्ली । लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को बजट पर चर्चा में हिस्सा लिया। राहुल गांधी ने अपने संबोधन में महाभारत में चक्रव्यूह बनाकर अभिमन्यु की हत्या का जिक्र करते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधने की कोशिश की। साथ ही, जातीय जनगणना का मुद्दा भी उठाया।राहुल गांधी ने बजट के हलवा सेरेमनी की फोटो भी दिखाई। राहुल ने कहा, ‘इस फोटो में कोई पिछड़ा, दलित या आदिवासी अफसर नहीं दिख रहा है। 20 अफसरों ने हलवा बनाया और अपने 20 लोगों में बांट दिया। बजट कौन बना रहे हैं, वही दो या तीन प्रतिशत लोग। हम जातिगत जनगणना लाकर इस विषमता को खत्म करेंगे।’राहुल गांधी की यह बात सुनकर सदन में बैठीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सिर पकड़ लिया। सीतारमण की यह प्रतिक्रिया सोशल मीडिया में वायरल है।

सदन में हंगामा


केंद्रीय बजट पर राहुल गांधी के भाषण के दौरान लोकसभा में हंगामा हो गया. गांधी पर निशाना साधते हुए किरेन रिजिजू ने कहा कि आप सदन के नियम नहीं जानते, आप सदन के अध्यक्ष को चुनौती देते हैं. राहुल गांधी ने बजट भाषण में पेपर लीक मुद्दे का जिक्र न करने के लिए निर्मला सीतारमण पर हमला बोला. इस मुद्दे पर बात करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 10 सालों में देश में पेपर लीक के 70 मामले सामने आए हैं.राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि 99% युवा केंद्रीय बजट 2024 में पेश किए गए इंटर्नशिप कार्यक्रम के लिए पात्र नहीं होंगे. उन्होंने कहा कि आपने युवाओं के लिए क्या किया? इस दौरान राहुल गांधी के एक बयान पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी खड़े हो गए. उन्होंने कहा कि अग्निवीर को लेकर नेता प्रतिपक्ष देश को गुमराह कर रहे हैं.

राहुल गांधी ने सुनाई अभिमन्यु और चक्रव्यूह की कहानी

राहुल गांधी ने महाभारत युद्ध में चक्रव्यूह बनाकर अभिमन्यु की हत्या का जिक्र किया। राहुल गांधी ने कहा, 6 लोगों (कर्ण, द्रोणाचार्य, दुशासन, अश्वत्थामा, कृपा, शकुनि, दुर्योधन) ने मिलकर अभिमन्यु की हत्या की थी। आज भी छह लोगों ने अपने चक्रव्यूह में देश को फंसा रखा है। ये छह लोग हैं – नरेंद्र मोदी, अमित शाह, अजीत डोभाल, मोहन भागवत, अंबानी और अडानी। मोहन भागवत का नाम लेने पर स्पीकर ओम बिरला ने राहुल गांधी को रोका। स्पीकर ने बताया कि जो लोग इस सदन के सदस्य नहीं हैं, उनका नाम नहीं लिया जा सकता है। इस पर राहुल गांधी तीन नाम (डोभाल, अंबानी और अडानी) हटाने पर राजी हो गए।

राहुल गांधी और लोकसभा स्पीकर के बीच हुई बहस


राहुल गांधी के संबोधन के दौरान कई बार हंगामा हुआ।
स्पीकर ने राहुल गांधी को गैर सदस्यों का नाम लेने से रोका।
राहुल गांधी के अनुसार, चक्रव्यूह का उल्टा है शिव की बरात।
भगवान शिव की बरात में किसी से भेदभाव नहीं होता है।
राहुल ने कहा- जातीय जनगणना से चक्रव्यूह को तोड़ेंगे।

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