व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ बगावत का ऐलान करने वाले वैग्नर ग्रुप के चीफ रहे येवगेनी प्रिगोझिन की मौत को लेकर वॉल स्ट्रीट जर्नल ने बड़ा खुलासा किया है।
WSJ ने पश्चिमी खुफिया तंत्र और रूसी खुफिया अधिकारियों के हवाले से कहा है कि पुतिन ने उनके दाहिन हाथ माने जाने वाले देश के सुरक्षा सचिव निकोलाई पात्रुशेव को प्रिगोझिन की हत्या करवाने का आदेश दिया था।
बता दें कि वैगनर ग्रुप रूसी सेना का महत्वपूर्ण हिस्सा था। खास तौर पर यूक्रेन युद्ध के दौरान प्रिगोझिन का वैगनर ग्रुप रूस की सेना का बड़ा सहयोग कर रहा था।
इसी बीच रूसी रक्षा मंत्रीऔर प्रिगोझिन के बीच दूरियां बढ़ने लगीं। इसके बाद प्रिगोझिन ने विद्रोह का ऐलान तक कर दिया था।
विद्रोह के बीच जब बेलारूस के अलेग्जैंडर लुकाशेंको ने प्रिगोझिन को अपने देश बुला लिया तो रूस में विद्रोह खत्म हो गया। इसके बाद खबर आई कि एक विमान दुर्घटना में प्रिगोझिन की मौत हो गई है। बता दें कि येवगेनी और प्रगझिन के बीच बयानबाजी बहुत बढ़ गई थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि रक्षा मंत्री वैगनर ग्रुप की बढ़ती ताकत से खुश नहीं थे और वह असुरक्षित महसूस करते थे। इसके बाद वैगनर ग्रुप ने ‘ न्याय मार्च’ शुरू कर दिया जिसने क्रेमलिन की नींव हिला दी।
बेलारूस के राष्ट्रपति ने रूस के साथ अपनी डील को तोड़कर प्रिगोझिन और उनके सैनिकों को अपने देश में आने की इजाजत दी थी।
इसके बाद ही प्रिगोझिन के साथ हादसा हुआ और शीर्ष कमांडर सहित उनकी मौत हो गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि रक्षा सचिव पत्रुशेव वैगनर ग्रुप द्वारा की जाने वाल आलोचना के खिलाफ थे।
वहीं विद्रोह के बाद पत्रुशेव और पुतिन ने दोनों ही प्रिगोझिन के खिलाफ हो गए थे। पत्रुशेव भी लंबे समय से पुतिन के साथ काम कर रहे हैं। उन्हें रूस का दूसरा ताकवर शख्स माना जाता है। वैगनर ग्रुप के चीफ उनके लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर रहे थे।