टीम इंडिया में पुजारा और रहाणे का भविष्य संकट में, घरेलू क्रिकेट में भी नहीं मिल रहा मौका

भारतीय टीम में अब उन सीनियर खिलाड़ियों के दिन लद गए हैं, जो पिछले कुछ महीनों से टीम से बाहर चल रहे हैं. इनमें सीनियर बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे और उमेश यादव का नाम शामिल हैं. इन खिलाड़ियों की अब टीम इंडिया में वापसी की संभावनाएं न के बराबर बची हैं क्योंकि टीम मैनेजमेंट और चयनकर्ता अब युवाओं की ओर ही देख रहे हैं. BCCI लाल गेंद के फॉर्मेट में 4 दिवसीय टूर्नामेंट दलीप ट्रॉफी खेला जाना है. लेकिन इस टूर्नामेंट में भाग लेने वाली चारों टीमों में इन सीनियर खिलाड़ियों के नाम नहीं होंगे.

मतलब साफ है कि अब चयनकर्ता लाल गेंद के फॉर्मेट में इन खिलाड़ियों को भविष्य की योजनाओं में नहीं देख रहे, जबकि भारत को अगले 4 महीनों में 10 टेस्ट मैच खेलने हैं, जिनमें से 5 ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसके घर में खेले जाने हैं. लेकिन टीम मैनेजमेंट अब सीनियर खिलाड़ियों की ओर देखने की बजाए युवाओं को मौका देने के पक्ष में है. रिपोर्ट के मुताबिक, सिलेक्टर्स दलीप ट्रॉफी टूर्नामेंट में भी रहाणे और पुजारा समेत कई अन्य सीनियर खिलाड़ियों को जगह नहीं देने वाले हैं.

अतीत में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर इन अनुभवी खिलाड़ियों ने अपनी उपयोगी भूमिका निभाई है. भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में पिछली दो टेस्ट सीरीज में मात दी है. उन दोनों सीरीज में पुजारा और रहाणे ने अपना दमखम दिखाकर टीम की जीत में अहम योगदान दिया था. बीते कुछ महीनों से दोनों ही बल्लेबाज भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं रहे हैं और अब खबरें हैं कि दलीप ट्रॉफी में हिस्सा लेने वाली भारत A,भारत B, भारत C और भारत D टीमों में से किसी में भी इन्हें जगह नहीं मिलेगी. रहाणे, पुजारा और उमेश के अलावा इशांत शर्मा, ऋद्धिमान साहा जैसे खिलाड़ी भी शामिल हैं, जिनकी ओर टीम मैनेजमेंट अब नहीं देख रहा है. अगर इन सीनियर क्रिकेटर्स को इस घरेलू टूर्नामेंट में मौका नहीं मिला तो फिर संभव है कि ये सभी बारी-बारी अपने संन्यास पर फैसला लेते दिखेंगे.
 

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