प्रधानमंत्री मोदी की दोहरी विदेश नीति यात्रा, पहले क्वाड फिर ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में लेंगे हिस्सा

किसी भी गुट में नहीं रहते हुए अपने राष्ट्र हितों के मुताबिक कूटनीति करने की भारत सरकार की नीति और रफ्तार पकड़ेगी। इस क्रम में पीएम नरेन्द्र मोदी अगले हफ्ते 21 सितंबर, 2024 को ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, जापान व भारत के संगठन क्वाड की शीर्ष स्तरीय बैठक में हिस्सा लेंगे।

यह बैठक इस बार अमेरिका में होगी जिसमें पीएम मोदी के अलावा राष्ट्रपति जो बाइडन, ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथोनी अलबनिजी और जापान के पीएम किशिदा फुमियो हिस्सा लेंगे। जबकि अमेरिका से वापसी के कुछ ही हफ्तों बाद 21 अक्टूबर, 2024 को पीएम मोदी चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग, रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन सरीखे नेताओं के साथ ब्रिक्स संगठन की शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे।

ऐसे समय जब एक तरफ अमेरिका की अगुवाई में पश्चिमी देश यूक्रेन व हिंद प्रशांत क्षेत्र को लेकर रूस व चीन के खिलाफ अपनी मोर्चेबंदी को लगातार मजबूत कर रहे हैं तब भारत उनके साथ भी एक महत्वपूर्ण संगठन में विमर्श करेगा और रूस-चीन के साथ ब्रिक्स की भावी नीति को तय करने में अहम भूमिका निभाएगा।

अमेरिका-ऑस्ट्रेलिया की तरफ से भावी क्वाड बैठक की घोषणा हुई

शुक्रवार (13 सितंबर) को अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया की तरफ से भावी क्वाड बैठक की घोषणा की गई। दोनों देशों की तरफ से संकेत दिया गया है कि इस बार की बैठक बहुत ही प्रायोगिक व बड़े एजेंडे पर होगी। अमेरिका की तरफ से बताया गया है कि बाइडन-हैरिस प्रशासन ने क्वाड को शीर्ष प्राथमिकता में रखा है।

इसकी पहली शीर्षस्तरीय बैठक वर्ष 2021 में व्हाईट हाउस में हुई थी। उसके बाद यह क्वाड शीर्ष नेताओं की अमेरिका में होने वाली पहली बैठक है। वैसे इस साल भारत में यह बैठक होनी थी लेकिन कुछ वजहों से ऐसा नहीं हो पा रहा है। अब अगले वर्ष की शीर्ष बैठक भारत में होगी।

अमेरिका और जापान में जल्द ही चुनाव होने वाले हैं

बताया जा रहा है कि अमेरिकी प्रशासन राष्ट्रपति बाइडन को उनके कार्यकाल का अंतिम तोहफा क्वाड बैठक के तौर पर देने की मंशा रखता है। भारत में होने वाली बैठक में अमेरिका और जापान के नया शीर्ष नेतृत्व होगा। इन दोनों देशों में जल्द ही चुनाव होने वाले हैं।

क्वाड की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को नई दिल्ली में चारों देशों के विदेश मंत्रालयों के स्तर पर एक बैठक हुई है। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से जारी बयान में बताया गया है कि, हाल के वर्षों में क्वाड के विदेश मंत्रियों के बीच आठ बैठकें हो चुकी हैं। यह संगठन हिंद प्रशांत क्षेत्र की प्राथमिकताओं पर सही तरीके से काम कर रहा है।

क्वाड संगठन इन क्षेत्रों पर कर रहे काम

इसके चारों सदस्य देश हिंद प्रशांत क्षेत्र को एक ऐसा क्षेत्र बनाना चाहते हैं जो स्थिर हो, संपन्न हो और जहां सभी की संप्रभुता का आदर किया जाए। क्वाड संगठन के तहत स्वच्छ ऊर्जा, सप्लाई चेन, स्वास्थ्य क्षमताओं और कनेक्टिविटी आदि पर काम किया जा रहा है।

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