सरकार ने ऑनलाइन पोर्टल बंद किया
भोपाल। भोपाल सहित मध्यप्रदेश के 12वीं पास बेरोजगारों को सरकारी ऋण के जरिये उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करने वाली स्वरोजगार से सम्बंधित मुख्यमंत्री उद्यमी क्रांति योजना को बंद करने की अटकलें तेज हो गई हैं। जिला उद्योग व्यापार केंद्र ने इस वित्तीय वर्ष के इस योजना से सम्बंधित न सिर्फ आवेदन लेना बंद कर दिए हैं, बल्कि इस योजना का शासकीय पोर्टल, यानी वेबसाइट को भी बन्द कर दिया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के कार्यकाल में मुख्यमंत्री उद्यमी क्रांति योजना शुरू की गई थी। इस योजना के अंतर्गत 12वीं पास युवाओं से लेकर 40 साल तक के बेरोजगारों के लिए जिला उद्योग व्यापार केंद्र के माध्यम से 1 लाख से लेकर 50 लाख रुपए तक का सरकारी ऋण दिया जाता है। मगर लोकसभा चुनाव से सम्बंधित आचार संहिता हटने के कुछ दिनों बाद ही शासन ने भोपाल से इस योजना से सम्बंधित वेबसाइट, पोर्टल बन्द कर दिए हैं।
इस साल का कोटा भी नही आया
इतना ही नहीं इस नए वित्तीय वर्ष के लिए जो अप्रैल में योजना से सम्बंधित टारगेट तय कर जिला उद्योग व्यापार केंद्र को निर्देशित किया जाता है कि इस साल इतने बेरोजगारों को इतने आवेदन लेकर बैकों से इतनी राशि के ऋण आवंटित करवाना है, मगर जून माह तक इस योजना से सम्बंधित कोटा अभी तक नहीं आया है। इस मामले में जिला उद्योग व्यापार केंद्र के अधिकारी खुलकर तो मंजूर नहीं कर रहे हैं, मगर उनका मानना है कि हो सकता है, सरकार कोई नई योजना ला रही हो। स्वरोजगार से सम्बन्धित योजना पहली बार बन्द की गई हो, ऐसा नहीं है। इसके पहले भी पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान खुद की मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना को बन्द कर उसकी जगह ही मुख्यमंत्री उद्यमी क्रांति योजना लाए थे। इसीलिए कयास लगाए जा रहे हैं कि कोई नई योजना को लांच करने के लिए इस योजना के पोर्टल को बंद किया हो।