दिल्ली में छठ के भव्य आयोजन की तैयारी सरकार ने बनाए 1000 से ज्यादा घाट: सीएम आतिशी

नई दिल्ली । दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने छठ पर्व को लेकर कहा कि देश की राजधानी में भव्य तरीके से छठ मनाने के लिए व्यापक व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए एक हजार से अधिक घाट बनाए गए हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बड़े-बड़े छठ घाटों पर मेडिकल सुविधाओं की भी व्यवस्था की गई है। दिल्ली सरकार ने छठ पर्व पर 7 नवंबर को छुट्टी का ऐलान कर रखा है। चार दिन चलने वाले छठ पर्व के लिए दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार बड़े स्तर पर तैयारियों में जुटी है। मुख्यमंत्री आतिशी ने छठ पर्व से जुड़ी तैयारियों के बारे में आयोजित पीसी में कहा  मंगलवार शाम से छठ पूजा की शुरुआत हो रही है। छठ का त्योहार हमारे पूर्वांचलियों का बड़ा त्योहार है। एक समय था जब उनको यह पर्व मनाने के लिए ट्रेन और बसों में भर भर कर अपने-अपने गांव जाना पड़ता था। लेकिन जब से अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने। तब से दिल्ली में बड़े ही धूमधाम से छठ मनाई जाती है ताकि उनको छठ मनाने के लिए शहर छोड़कर ना जाना पड़े। उन्होंने आगे कहा इस बार भी दिल्ली में छठ पर्व का भव्य आयोजन की तैयारी की जा रही है और 7 नवंबर को राजधानी में सार्वजनिक छुट्टी की घोषणा की जा रही है। अकेले दिल्ली में 1000 से ज्यादा भव्य छठ घाट बनाए गए हैं। साल 2014 में अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री बनने से पहले यहां पर महज 60 छठ पूजा घाट हुआ करते थे। लेकिन आज की तारीख में एक हजार से ज्यादा घाट हैं। इन सभी घाटों का इंतजाम दिल्ली सरकार के अलग-अलग विभाग करते हैं। छठ घाटों पर मेडिकल सुविधाओं को लेकर सीएम आतिशी ने कहा कि बड़े-बड़े छठ घाटों पर मेडिकल सुविधाओं की तैयारी की गई है। कई जगहों पर मैथिली कार्यक्रम कराए जाते हैं। इन छठ घाटों पर आयोजन दिल्ली सरकार करवाती है। घाट बनाने, पानी का इंतजाम करने, मेडिकल सुविधाओं और डॉक्टरों के इंतजाम आदि सभी काम दिल्ली सरकार के विभाग करते हैं। दिल्ली में खराब कानून व्यवस्था पर मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा, “राजधानी में संवैधानिक स्थिति के मुताबिक जमीन, कानून और पुलिस केंद्र सरकार के अधीन है और अन्य चीजें दिल्ली सरकार के अंतर्गत आती हैं। केंद्र का काम दिल्ली के कामों को रोकना है। वो एक फीसदी भी अपना काम कर दें तो आज ऐसी स्थिति ना होती। उन्होंने आगे कहा कि आज दिल्ली के लोगों के सामने दो मॉडल हैं, एक दिल्ली सरकार का जिसमें मुफ्त शिक्षा, बिजली, पानी की सुविधाएं हैं तो दूसरा बीजेपी का मॉडल है जहां कानून की ये हालात हैं। मुंबई की फिल्मों जैसे स्थिति है। हालांकि दिल्ली में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच छठ पर्व को लेकर आपसी वाकयुद्ध जारी है। मुख्यमंत्री आतिशी ने 04  नवम्बर सोमवार को दिल्ली में छठ पूजा की तैयारियों में बाधा डालने के लिए बीजेपी की आलोचना करते हुए उसे पूर्वांचल विरोधी करार दिया। उन्होंने केंद्र के तहत काम करने वाले दिल्ली विकास प्राधिकरण पर दक्षिणी दिल्ली के एक इलाके में छठ की तैयारियों में बाधा डालने का आरोप भी लगाया। इसी तरह आईटीओ स्थित छठ घाट का निरीक्षण करने के बाद सीएम आतिशी ने कहा दिल्ली में बीजेपी की डीडीए की ओर से छठ पूजा की तैयारी में अड़चन लगाना उसकी पूर्वांचल विरोधी सोच को दर्शाता है।

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