PM कीर स्टार्मर का फैसला, ब्रिटेन में लेबर पार्टी की नीतियों में होगा बदलाव

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर जल्द ही ब्रिटेन में किए गए चुनावी वादों को निभाने के लिए नई योजना लेकर आने वाले हैं। दरअसल, लेबर सरकार के पांच महीने पहले सत्ता में आने के बाद से ही उस पर वादों को न निभाने के आरोप लगे हैं। इतना ही नहीं, हाल ही में उनकी सरकार के एक मंत्री ने भी इस्तीफा दे दिया। ऐसे में प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर और उनकी लेबर पार्टी की लोकप्रियता भी लगातार गिर रही है। 

अब लेबर पार्टी जल्द ही अपनी नई नीतियों के लिए कुछ लक्ष्य निर्धारित करने पर विचार कर रही है, जिससे मतदाता उनके प्रशासन के कामकाज को परख सकें। लेबर सरकार का कहना है कि इस तरह लक्ष्य निर्धारित करने से जनता को साफ पता चलेगा कि उनके शासन में कितना काम हुआ है और वादों को किस तरह से निभाया गया।

गौरतलब है कि किएर स्टार्मर की सरकार अब तक अपने वादों से पीछे हटने और कुछ विवादित फैसलों के चलते मुश्किल में घिरी है। खासकर पेंशन लेने वाले लोगों को सर्दी में ईंधन के लिए दी जाने वाली रकम की कटौती, बच्चों को मिलने वाले फायदों को रोकने और अमीर दानकर्ताओं से गिफ्ट लेने के आरोपों के चलते नई सरकार का अब तक का कार्यकाल विवादों से भरा रहा है। 

इतना ही नहीं बीते पांच महीनों में लेबर सरकार को कई इस्तीफों का भी सामना करना पड़ा है। कुछ समय ही प्रधानमंत्री कार्यालय में अधिकारियों के दो धड़ों में बंटने की खबरों के बाद चीफ ऑफ स्टाफ स्यु ग्रे के इस्तीफा देना पड़ा था। इसके अलावा पिछले हफ्ते ही लेबर सरकार को अपने पहले मंत्री का भी स्वीकार करना पड़ा, जब लुई हैय ने परिवहन विभाग से इस्तीफा दे दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने सांसद बनने से पहले एक आपराधिक मामले में आरोप स्वीकार कर लिए थे। इसे लेकर काफी विवाद भी पैदा हुआ था।

किएर स्टार्मर की सरकार की तरफ से 30 अक्तूबर को पेश हुए बजट में उनके वित्त मंत्री विरासत टैक्स और कंपनियों की तरफ से कर्मचारियों को मिलने वाले फायदों को बढ़ाने को लेकर कोई सकारात्मक तथ्य नहीं दे पाए थे। इससे देश के किसानों और व्यापार वर्ग में गुस्से की बात सामने आई थी। 

बताया गया है कि किएर स्टार्मर पहली स्टेज में देश का आधार मजबूत करने के बाद अब अपनी बदलाव की योजना के तहत अगले दशक को 'राष्ट्रीय नवीनीकरण' की नीति के तहत आगे बढ़ाना चाहते हैं। स्टार्मर का कहना है कि बीते वर्षों में कंजर्वेटिव पार्टी की लगातार 14 साल चली सरकार में हुए खर्चों की वजह से उन्हें कई विभाग खराब हालत में मिले हैं। लेबर पार्टी का आरोप है कि उसे सार्वजनिक वित्तीय सेवाओं में 22 अरब पाउंड का कर्ज विरासत में मिला है। साथ ही जेल सिस्टम और राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवाओं (एनएचएस) की हालत भी खराब है।