इंदौर रेलवे स्टेशन के कोचिंग डिपो में शनिवार देर रात ट्रेन के कोच में मिले अज्ञात महिला के शव के बाकि के अंग एक बोरी में रविवार शाम को ऋषिकेश रेलवे स्टेशन इंदौर-ऋषिकेष योगनगरी ऋषिकेश एक्सप्रेस के काेच में मिले। अब मामले में ऋषिकेश रेलवे पुलिस जांच कर रही है।वहीं, इंदौर जीआरपी पुलिस ने अलग-अलग दल बनाकर अलग-अलग रेलवे स्टेशन के साथ ही आस-पास के शहरों में जांच शुरू कर दी है। ऋषिकेश में अज्ञात महिला के शव के हाथ और पैर मिले थे, जिस पर हिंदी में मीराबेन और गोपाल भाई गुदा हुआ है।
उल्लेखनीय है कि शनिवार देर रात महू से इंदौर पहुंची पैसेंजर ट्रेन के एक कोच में एक बैग और बोरी में अज्ञात महिला का शव दो हिस्सों में मिला था, लेकिन उसमें हाथ और पैर गायब थे।जीआरपी पुलिस के अनुसार शव का पोस्टमार्टम किया जा चुका है। अब अलग-अलग जांच दल बनाए गए हैं। जो कि महू, उज्जैन सहित आस-पास के अन्य रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी फुटेज की जांच और कर्मचारियों से पूछताछ कर रहे है। इसके साथ ही आस-पास के शहरों में भी जांच की जा रही है।हालांकि अब तक ना ही महिला के शव की पहचान हुई है और न ही पुलिस को अहम सुराग मिला है।
जीआरपी टीआई संजय शुक्ला ने बताया कि जांच दलों द्वारा अलग-अलग जगहों पर छानबीन की जा रही है, लेकिन अब तक महिला की शिनाख्त नहीं हो पाई है।जानकारी के अनुसार शनिवार को नागदा से महू के लिए रवाना हुई पैसेंजर ट्रेन शाम 5.15 से 5.30 बजे तक उज्जैन स्टेशन पर थी। इसी दौरान लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन से ऋषिकेश के लिए रवाना हुई योगनगरी ऋषिकेश एक्सप्रेस 4.55 से 5.20 तक उज्जैन स्टेशन पर थी। संभवत आरोपितों द्वारा शव के हिस्सों को अलग-अलग बैग और बारियो में रखकर यहीं से इन दोनों ट्रेनों में रख दिए और रवाना हो गए। पुलिस भी इस बिंदु को अहम कड़ी मानकर जांच कर रही है।