जबलपुर। जबलपुर लोकायुक्त पुलिस ने कुंडम तहसील में पदस्थ पटवारी सनी द्विवेदी को 13,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। पटवारी ने पिपरिया गांव के निवासी जितेंद्र पटेल से उनकी जमीन की बही बनाने के लिए रिश्वत की मांग की थी। लोकायुक्त की टीम ने तिलसानी गांव के एक ढाबे से पटवारी को गिरफ्तार किया और इस मामले में कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
पिपरिया गांव के जितेंद्र पटेल के पास 80 डिसमिल जमीन है, जिसमें उनके पिता और चार बुआओं के नाम शामिल हैं। उनकी बुआओं ने स्वेच्छा से अपनी हिस्सेदारी जितेंद्र के नाम ट्रांसफर करने का फैसला किया था, लेकिन पटवारी सनी द्विवेदी ने जमीन की बही बनाने के बदले 15,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी। जितेंद्र पटेल ने बताया कि पटवारी ने पहले 15,000 रुपये की मांग की थी, हालांकि जितेंद्र के पिता 8,000 रुपये देने को भी तैयार थे, लेकिन पटवारी ने रिश्वत की राशि कम करने का प्रस्ताव ठुकरा दिया। इसके बाद, जितेंद्र ने तीन-चार बार पटवारी से आवेदन किया, लेकिन हर बार पटवारी ने उनका काम नकार दिया। परेशान होकर जितेंद्र ने जबलपुर लोकायुक्त पुलिस से शिकायत की। लोकायुक्त एसपी संजय साहू ने ईएमएस को बताया कि फरियादी जितेंद्र पटेल के द्वारा लिखित शिकायत दी गई, जिसमें कहा गया कि पटवारी महीनें से परेशान किए जा रहा था और बिना रिश्वत के काम करने के लिए तैयार नहीं था| लिखित शिकायत की जांच के बाद शुक्रवार को कार्रवाई करते हुए पटवारी को रंगे हाथों पकड़ा। लोकायुक्त पुलिस ने तिलसानी गांव के पास स्थित एक ढाबे में पटवारी सनी द्विवेदी को 13,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। पुलिस ने पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर लिया है। ट्रेप दल ने लोकायुक्त जबलपुर डीएसपी श्रीमती सुरेखा परमार निरीक्षक रेखा प्रजापति निरीक्षक भूपेंद्र दीवान उप निरीक्षक शिशिर पांडे एवं अन्य पांच सदस्य शामिल थे।