किगाली । अफ्रीदी देश रवांडा का कहना है कि इबोला जैसे और अत्यधिक संक्रामक ‘मारबर्ग वायरस’ से अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है। रवांडा का यह बयान देश में घातक रक्तस्रावी ज्वर के प्रकोप की घोषणा के कुछ ही दिनों बाद आया है। इस ज्वर का कोई अधिकृत अधिकृत टीका या उपचार नहीं है। इबोला की तरह मारबर्ग वायरस भी फल खाने वाले चमगादड़ों से पैदा होता है। संक्रमित व्यक्तियों के शारीरिक तरल पदार्थ या दूषित बिस्तर की चादरों जैसी सतहों के साथ संपर्क के जरिये लोगों के बीच फैलता है।
मध्य अफ्रीका के देश रवांडा ने प्रकोप की घोषणा की तथा एक दिन बाद पहली छह मौतें दर्ज की गईं। स्वास्थ्य मंत्री सबिन सांजीमाना ने कहा कि अब तक 26 मामलों की पुष्टि हो चुकी है तथा आठ संक्रमित रोगियों की मौत हो चुकी है। लोगों से अपील की गई है कि वे संक्रमण फैलने से रोकने के लिए शारीरिक स्पर्श से बचें। वायरस से संक्रमित लोगों के संपर्क में आए करीब 300 लोगों की भी पहचान कर ली गई है और उनमें से कुछ को पृथकवास केंद्रों में रखा गया है।