यूक्रेन के एक युद्धबंदी सैनिक की पत्नी ने रूस पर बड़े आरोप लगाए हैं।
उनका कहना है कि रूस मरे हुए सैनिकों के शरीर से कई अहम अंगों को चोरी कर रहा है और उन्हें बेच रहा है।
उन्होंने रूस और यूक्रेन की कैद में मौजूद सैनिकों के स्वास्थ्य की निगरानी के लिए तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयाब एर्दोगन से हस्तक्षेप की अपील की है।
रूस ने यूक्रेन के खिलाफ फरवरी 2022 में सैन्य कार्रवाई का ऐलान कर दिया था। तब से अब तक दोनों देशों में खूनी संघर्ष जारी हैं।
तुर्किये के अंकारा में हुई बैठक के दौरान ये आरोप लारीसा सलाएवा ने लागए हैं। बैठक में युद्धबंदियों के परिवारों के प्रतिनिधि और तुर्किये में यूक्रेन के राजदूत वेसिल बोडनार थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सलाएवा ने कहा, ‘आज यह साफ है कि हमें उन लोगों के शव मिले हैं, जिन्हें कैद में यातनाएं दी गईं थीं। हम न सिर्फ यातना झेलने वाले शव मिले हैं, बल्कि दुर्भाग्य से ऐसे शव भी हैं जिनके अंग नहीं हैं।’
रिपोर्ट्स के अनुसार, सलाएवा का ये भी मानना है कि रूस में अंग प्रत्यारोपण का ब्लैक मार्केट चल रहा है। उन्होंने कहा, ‘यह इस बात की पुष्टि करता है कि रूसी फेडरेशन में अंग प्रत्यारोपण का काला बाजार चल रहा है।
दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह हमारे युद्धबंदियों के साथ चल रहा है। ऐसे में मेरा मानना है कि हमें इसके बारे में पूरी दुनिया से बात करनी होगी, ताकि इस अपराध को रोका जा सके।’
रूस कर रहा है इनकार
माना जा रहा है कि रूस की कस्टडी में अनुमानित 10 हजार से ज्यादा यूक्रेनी हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रूसी सूत्रों ने अंग गायब होने के दावों से इनकार किया है। इं
रिपोर्ट में डेली मेल के हवाले से लिखा है, ‘यह फर्जी दावा यूक्रेन के नागरिकों में रूस के खिलाफ नफरत की एक नई लहर करने का प्रयास है…।’ रूस पर जेनेवा कन्वेंशन के उल्लंघन के आरोप लग रहे हैं।
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