केंद्रीय कृषि मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नवरात्रि के पावन अवसर पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और बेटियों को देवी का स्वरूप बताते हुए उनके सम्मान की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवी दुर्गा की पूजा करते समय बेटियों की पूजा भी करनी चाहिए, क्योंकि दुर्गा सप्तशती में स्वयं देवी कहती हैं कि सभी बेटियां और स्त्रियां उनका अंश हैं। उन्होंने कहा कि हमने नवरात्रि के नौ दिन भक्ति और श्रद्धा में डूबकर मां दुर्गा की पूजा की। अब समय है कि हम संकल्प लें कि मन, वचन और कर्म से बेटियों का आदर करेंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कुछ घटनाएं समाज को आहत करती हैं, और हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि समाज में हर बेटी को उचित सम्मान और सुरक्षा मिले। चौहान ने कहा कि अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि जब उन्होंने अपनी पत्नी साधना के साथ बेटियों की आरती उतारी, तो उन्हें ऐसा महसूस हुआ जैसे वे साक्षात देवी मां की आरती कर रहे हों।
"बेटियों को भोजन कराते समय ऐसा लग रहा था जैसे मां स्वयं भोजन ग्रहण कर रही हों।" उन्होंने सभी से अपील की कि बेटियों का सम्मान सिर्फ पूजा तक सीमित न रहे, बल्कि समाज में हर बेटी को आदर और सम्मान मिले। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः'। अर्थात जहां स्त्रियों का सम्मान होता है, वहां देवताओं का वास होता है।" उन्होंने समाज से आह्वान किया कि बेटियों को देवी मानकर उनका हृदय से सम्मान करें और समाज में उन्हें उनका उचित स्थान दें।