भोपाल । भोपाल शहर में उपभोक्ताओं को सरल संयोजन पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करने पर औसतन दो दिनों के भीतर नवीन बिजली कनेक्शन प्रदान करने की सराहना करते हुए आने वाले अक्टूबर माह में त्यौहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए कंपनी कार्यक्षेत्र में निर्बाध एवं गुणवत्तापूर्ण विद्युत सुनिश्चित करने के साथ ही सभी विद्युत उपकेन्द्रों, उच्चदाब एवं निम्नदाब लाइनों तथा वितरण ट्रांसफार्मरों के पोस्ट मानसून मेन्टीनेन्स को समय सीमा में पूर्ण किया जाए। यह बात मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक क्षितिज सिंघल ने गोविन्दपुरा स्थित कंपनी मुख्यालय के पीडीटीसी सभागार में आयोजित भोपाल शहर की समीक्षा बैठक के दौरान कहीं। इस अवसर पर कंपनी मुख्यालय के सभी वरिष्ठ अधिकारियों सहित मुख्य महाप्रबंधक भोपाल क्षेत्र एवं मैदानी अधिकारी उपस्थित थे।
समीक्षा बैठक के दौरान प्रबंध संचालक क्षितिज सिंघल ने राज्य शासन की रिवेम्प्ड डिस्ट्रीब्युशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) योजनान्तर्गत सकल तकनीकी एवं वाणिज्यिक हानियों में कमी लाने तथा निर्धारित लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि शहर में बढ़ते हुए इनपुट यूनिट्स के अनुपात में राजस्व संग्रहण एवं बिलिंग दक्षता को सुनिश्चित करते हुए विद्युत चोरी पर अंकुश लगाया जाना आवश्यक है। प्रबंध संचालक ने संभागवार एवं जोनवार प्रति यूनिट नगद राजस्व वसूली (सीआरपीयू) की समीक्षा करते हुए मैदानी स्तर पर प्रभावी कार्यवाही करने के साथ ही बकाया राशि में कमी लाने और शहर वृत्त अंतर्गत बड़े बकायादारों से बिजली बिल जमा कराने के अलावा जिन उपभोक्ताओं द्वारा बिजली बिल का भुगतान नहीं किया जा रहा है उनके कनेक्शन काटने तथा भुगतान के उपरांत ही कटे हुए कनेक्शन को पुनः जोड़ने के निर्देश दिए।प्रबंध संचालक क्षितिज सिंघल ने कहा कि चरणबद्ध तरीके से शहर के 20 बड़े बकायादार उपभोक्ताओं को चिन्हित कर उनसे बकाया राशि की तत्काल वसूली के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाए तथा बकाया राशि का भुगतान न किए जाने पर संबंधित उपभोक्ताओं के विरुद्ध ड्यूज रिकवरी एक्ट (डीआरए) के तहत कार्यवाही की जाए। श्री सिंघल ने 33 केवी एवं 11 केवी फीडरों पर हो रही अधिक ट्रिपिंग की विवेचना के लिए मैदानी अधिकारियों को हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए साथ ही अधिक भूखण्ड दर वाले चयनित स्थानों पर अटल गृह ज्योति योजना में सब्सिडी का लाभ ले रहे उपभोक्ताओं के परिसरों की प्रभावी जॉंच करने के भी निर्देश दिये। प्रबंध संचालक ने इस दौरान भोपाल शहर की राजस्व, विद्युत आपूर्ति, प्रोजेक्ट एवं अन्य विद्युतीय कार्यों की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए।