गाजा पट्टी पर हमास और इजरायली सेना का संघर्ष खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है।
शनिवार को बेंजामिन नेतन्याहू की सेना आईडीएफ ने मध्य और दक्षिण गाजा शहर में शरणार्थी शिविर पर बमबारी की। इसमें कई घरों को निशाना बनाया गया, जिसमें कई मासूम बच्चों समेत 22 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई।
गाजा में लगातार सामने आ रही बर्बरता पर अमेरिका, ब्रिटेन और यूएन समेत कई अंतरराष्ट्रीय संगठन चिंता जता चुके हैं। अब खबर सामने आई है कि ब्रिटेन की ऋषि सुनक सरकार गाजा में अपनी सेना को तैनात कर सकती है।
ब्रिटेन के इस कदम से नेतन्याहू के इरादों पर पानी फिर सकता है। ऐसे में नेतन्याहू अपनी मनमर्जी नहीं कर पाएंगे।
ब्रिटेन मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए गाजा पट्टी में अपनी सेना भेज सकता है। स्काई न्यूज ने सरकारी सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी। रिपोर्ट में हालांकि कहा गया है कि सरकार ने अभी तक इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय नहीं लिया है।
ब्रिटेन की नौसेना ने शनिवार को कहा कि उसने ‘गाजा में समुद्र से सीधे मानवीय सहायता पहुंचाने की अनुमति देने के लिए एक अस्थायी घाट’ के निर्माण में सहायता के लिए एक आरएफए कार्डिगन खाड़ी का जहाज भेजा है।
फिलिस्तीनी चरमपंथी गुट हमास ने पिछले साल सात अक्टूबर को इज़रायल के खिलाफ बड़े पैमाने पर रॉकेट हमला किया और सीमा का उल्लंघन किया साथ ही नागरिकों और सैन्य ठिकानों दोनों पर हमला किया। हमले के दौरान इज़रायल में लगभग बारह सौ लोग मारे गए और लगभग 240 अन्य का अपहरण कर लिया गया।
इज़रायल ने जवाबी हमले शुरू किए, गाजा की पूर्ण नाकाबंदी का आदेश दिया, और हमास लड़ाकों को खत्म करने और बंधकों को बचाने के घोषित लक्ष्य के साथ फिलिस्तीनी इलाके में जमीनी घुसपैठ शुरू कर दी।
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार गाजा पट्टी में इजरायली हमलों में अब तक 34,300 से अधिक लोग मारे गए हैं।