मप्र में 5 वर्ष में तीसरी बार तय समय से पहले आने को बेसब्र मानसून

भोपाल ।  गर्मी का सामना कर रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। केरल में नियत समय से दो दिन पहले पहुंचा दक्षिण-पश्चिम मानसून लगातार आगे बढ़ रहा है। अभी तक मानसून केरल, कर्नाटक के अलावा आंध्र प्रदेश के अधिकांश हिस्से में और तेलंगाना, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में पहुंच चुका है। संभावना जताई जा रही है कि मप्र में 5 वर्ष में तीसरी बार तय समय से पहले मानसून आने को बेसब्र दिख रहा है। प्रदेश में भीषण गर्मी के बीच कई जिलों का मौसम बदला है। इंदौर, रतलाम, धार, छिंदवाड़ा, कटनी और विदिशा में बारिश हुई है। रतलाम में तो ओले भी गिरे है। बारिश होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है।
वर्तमान में उसकी उत्तरी सीमा रत्नागिरी, सोलापुर, मेडक, भद्राचलम, विजय नगर और इस्लामपुर से होकर गुजर रही है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार इस बार बंगाल की खाड़ी से अधिक सक्रियता अरब सागर में दिखाई दे रही है। मानसून के रविवार-सोमवार तक मुंबई पहुंचने की संभावना है।

 

12 जून को मप्र पहुंच सकता है मानसून

 

मौजूदा स्थिति को देखते हुए इस बार मानसून 12 जून तक मध्य प्रदेश में प्रवेश कर सकता है। प्रदेश में मानसून आने की संभावित तारीख 16 जून है। पिछले पांच वर्ष में तीसरी बार मानसून के तय तारीख से पहले आने के संकेत मिल रहे हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि केरल पहुंचने के बाद मानसून की गतिविधियां बंगाल की खाड़ी में तो थमी हुई हैं, लेकिन अरब सागर की तरफ से काफी अच्छी प्रगति जारी है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए दो-तीन दिन के भीतर मानसून मुंबई के साथ ही दक्षिणी छत्तीसगढ़ में भी प्रवेश कर सकता है। इस वजह से मानसून के मध्य प्रदेश में 12 जून तक पहुंचने की पूरी संभावना दिख रही है। बता दें कि पहले मध्य प्रदेश में मानसून आने की संभावित तिथि 13 जून थी, लेकिन वर्ष 2019 में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने उसे बढ़ाकर 16 जून तय कर दिया।

 

 37 जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट

 

मौसम विभाग ने 37 जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट जारी किया है। कहीं आंधी-गरज चमक की स्थिति रहेगी, तो कहीं बारिश भी हो सकती है। वहीं, ग्वालियर, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, रीवा, मऊगंज और सीधी में दोपहर तक तेज गर्मी और शाम को आंधी चल सकती है। मौसम विभाग के वैज्ञानिक अरुण शर्मा ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन गुजरने की वजह से प्रदेश में आंधी और बारिश का दौर चल रहा है। वहीं, कुछ जिलों में गर्मी का असर भी है। ऐसा ही मौसम आगामी दिनों में भी बना रहेगा। उधर, मानसून लगातार अपनी गति से आगे बढ़ रहा है। ऐसे में इसके समय पर मध्यप्रदेश पहुंचने की संभावना बनी हुई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *