इंडियन कोस्ट गार्ड के तीन जहाज एमवी मर्सक फ्रैंकफर्ट मालवाहक जहाज में लगी भीषण आग को बुझाने के लिए अग्निशमन अभियान चला रहे हैं। इस जहाज में भारी मात्रा में खतरनाक माल ले जाया जा रहा था।
बता दें कि यह अभियान आईसीजी के तीन जहाज सुजीत, सचेत और सम्राट द्वारा संचालित किया जा रहा है। शुक्रवार को कर्नाटक के कारवार के पास एक मालवाहक जहाज में आग लग गई थी। तीनों जहाज लगभग 12 घंटे से अधिक समय तक लगातार आग को बुझाने और अधिक फैलने से रोकने का प्रयास कर रहे है।
सुजीत, सचेत और सम्राट 12 घंटे से तैनात
भारतीय तटरक्षक बल ने अपने ताजा अपडेट में बताया कि, 'भारतीय तटरक्षक बल के जहाज सुजीत, सचेत और सम्राट 12 घंटे से अधिक समय से आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि आग को फैलने से रोका जा सके। 20 जुलाई को सुबह 7 बजे तक गोवा से आईसीजी डोर्नियर विमान जहाज का हवाई आकलन कर रहा है, साथ ही कोच्चि से एक अतिरिक्त विमान खोज और बचाव के लिए तैनात है। ईटीवी वाटर लिली 19 जुलाई को मुंबई से रवाना हुई और 21 जुलाई तक घटनास्थल पर पहुंच गई थी।'
चालक दल की सुरक्षा के लिए चलाया जा रहा अभियान
शुक्रवार की देर रात, मुंबई में भारतीय तटरक्षक नियंत्रण कक्ष को एमवी मेर्सक फ्रैंकफर्ट 50 एनएम से जहाज पर लगी भीषण आग के बारे में सूचना मिली थी। आईसीजी डोर्नियर और जहाज सचेत, सुजीत और सम्राट को तुरंत कार्रवाई के लिए भेजा गया। खोज और बचाव प्रयासों को बढ़ाने के लिए एक अतिरिक्त विमान भी जुटाया गया। तटरक्षक ने कहा कि आपदा को रोकने और जहाज और चालक दल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अग्निशमन कार्य किया जा रहा है।
जहाज को अपना रास्ता बदलने की सलाह दी गई है और वर्तमान में यह 6 समुद्री मील की गति से 180 के रास्ते पर चल रहा है। हालांकि, दक्षिण-पश्चिमी हवाएं और तेज लहरें आग बुझाने के काम में चुनौती पेश कर रही हैं।